Created By : Monika
UltranewsTv | Updated : 04 July, 2025
नेल एक्सटेंशन लगाने और हटाने की प्रक्रिया में प्राकृतिक नाखूनों को रगड़ा जाता है, जिससे वे पतले और कमजोर हो सकते हैं।
नेल एक्सटेंशन के नीचे नमी जमा हो सकती है, जिससे फंगल और बैक्टीरियल संक्रमण हो सकता है।
कुछ लोगों को नेल एक्सटेंशन में इस्तेमाल होने वाले रसायनों से एलर्जी हो सकती है, जिससे त्वचा में खुजली, लालिमा और सूजन हो सकती है।
नेल एक्सटेंशन की लागत काफी अधिक हो सकती है, और इन्हें नियमित रूप से बदलवाने की आवश्यकता होती है, जिससे अतिरिक्त खर्च हो सकता है।
नेल एक्सटेंशन को बनाए रखने के लिए विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है, जैसे कि उन्हें सूखा रखना और उन्हें पानी से बचाना।
लंबे नेल एक्सटेंशन टाइपिंग या अन्य दैनिक गतिविधियों में परेशानी पैदा कर सकते हैं।
नेल एक्सटेंशन लगाने के लिए प्राकृतिक नाखूनों को रगड़ा जाता है, जिससे उनकी प्राकृतिक चमक कम हो सकती है।
नेल एक्सटेंशन के ग्लू और अन्य रसायनों के कारण नाखूनों पर पीले धब्बे दिखाई दे सकते हैं।
नेल एक्सटेंशन के कारण नाखूनों के आसपास की त्वचा पर रैशेज और खुजली हो सकती है।
पढ़ने के लिए धन्यवाद!