गणतंत्र दिवस 2025 (Republic Day 2025) के अवसर पर भारत सरकार ने समाज के उन 30 गुमनाम नायकों को पद्मश्री से सम्मानित किया जायेगा, जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों में असाधारण योगदान दिया है। ये नायक बिना किसी मान्यता या चर्चा के अपने कार्यों से देश और समाज को बेहतर बनाने में जुटे रहे।
पद्मश्री से सम्मानित इन 30 नायकों में विभिन्न क्षेत्रों जैसे शिक्षा, चिकित्सा, पर्यावरण संरक्षण, महिला सशक्तिकरण, आदिवासी कल्याण और कला व संस्कृति में योगदान देने वाले लोग शामिल हैं।
राष्ट्रपति भवन में आयोजित विशेष समारोह में इन नायकों को राष्ट्रपति द्वारा पद्मश्री से सम्मानित किया गया। प्रधानमंत्री ने भी इन नायकों की सराहना करते हुए कहा, "ये नायक हमारे समाज के असली स्तंभ हैं। इनकी कहानियां हमें सिखाती हैं कि बदलाव के लिए जुनून और समर्पण सबसे बड़ी ताकत है।"
इस वर्ष का पद्म पुरस्कार समारोह खास इसलिए भी रहा क्योंकि इसमें उन लोगों को सम्मानित किया गया जो बिना किसी प्रसिद्धि के अपने क्षेत्रों में चुपचाप क्रांति ला रहे हैं।
इन नायकों को पहचान देकर सरकार ने यह संदेश दिया है कि असली नायक वही हैं, जो निस्वार्थ भाव से समाज की सेवा करते हैं। यह पहल देश के युवाओं को प्रेरित करेगी कि वे भी अपने क्षेत्रों में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करें।