राजस्थान के चूरू जिले में आज यानी 9 जुलाई 2025 भारतीय वायुसेना का ट्रेनिंग जगुआर फाइटर प्लेन दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में प्लेन क्रैश के मलबे से दो लोगों के शव मिले—जो पायलट और को-पायलट बताए जा रहे हैं। इस दुर्घटना की आवाज़ तत्काल स्थानीय निवासियों तक पहुँची, जिससे ग्रामीण डर के मारे घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े।
विमान सूरतगढ़ एयरबेस से उड़ान भर रहा था। घटनास्थल पर पहुँचते ही वायुसेना व स्थानीय प्रशासन की टीमों ने बचाव कार्य शुरू कर दिया और एक हेलीकॉप्टर भी भेजा गया। फिलहाल हादसे के सही कारणों का पता लगाने के लिए भारतीय वायुसेना द्वारा कोर्ट ऑफ इंक्वायरी की जांच की जा रही है।
BREAKING: Fighter jet crashes in Bhanuda village in Rajasthan's Ratangarh; rescue team on the spot pic.twitter.com/071ADfWGH5
— Vani Mehrotra (@vani_mehrotra) ?ref_src=twsrc%5Etfw">July 9, 2025
इस वर्ष भारतीय वायुसेना में लड़ाकू विमान दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या चिंताजनक है। साल 2025 में अब तक कुल पाँच लड़ाकू विमान क्रैश हो चुके हैं, जिनमें से तीन जगुआर फाइटर जेट ही हैं—मसलन मार्च में हरियाणा और अप्रैल में गुजरात में हुए हादसे। जगुआर विमानों की उम्र 40 वर्षों से ऊपर है और विशेषज्ञ अब इनके "उड़ते ताबूत" बनने की चिंता जता रहे हैं। इनमें इंजन की पुरानी तकनीक और संधारित रखरखाव में कथित गड़बड़ियों को मुख्य कारण माना जा रहा है।
संक्षेप में:
वायुसेना की जांच रिपोर्ट आएगी तो कारणों की पूरी जानकारी सामने आ सकेगी—चाहे वह तकनीकी खराबी हो या डिज़ाइन-रखरखाव संबंधित।