देश की अगली जनगणना, जो 2027 में होनी है, उसके लिए केंद्र सरकार ने आज आधिकारिक गैजेट नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसकी घोषणा करते हुए बताया कि जनगणना को दो चरणों में पूरा किया जाएगा और इस बार यह प्रक्रिया डिजिटल माध्यम से संपन्न होगी।
हर स्तर पर जुटाई जाएगी जानकारी
गृह मंत्री अमित शाह ने स्पष्ट किया कि जनगणना 2027 में लोगों से हर स्तर पर विस्तृत जानकारी जुटाई जाएगी। यह सिर्फ आबादी का ब्यौरा नहीं होगा, बल्कि देश के सामाजिक, आर्थिक और जनसांख्यिकीय पहलुओं की गहराई से पड़ताल की जाएगी।
मोबाइल एप्लिकेशन से होगा डेटा संग्रह
इस बार की जनगणना की सबसे बड़ी खासियत इसका डिजिटल स्वरूप होगा। जनगणना कर्मचारी डेटा संग्रह के लिए मोबाइल एप्लिकेशन का उपयोग करेंगे। यह कदम प्रक्रिया को अधिक कुशल, सटीक और तेज़ बनाने में मदद करेगा। इससे डेटा का विश्लेषण भी बेहतर तरीके से हो पाएगा।
यह जनगणना देश के भविष्य की योजनाओं और नीतियों के निर्माण के लिए एक महत्वपूर्ण आधार साबित होगी।
2027 जनगणना को लेकर 10 बड़ी बातें-
- फील्ड में डोर-टु-डोर जनगणना करने के लिए 34 लाख सर्वे करने वाले और सुपरवाइजर लगाए जाएंगे, जो फील्ड से डेटा इकठ्ठा करने का काम करेंगे।
- इसके अलावा एक लाख 30 हजार जनगणना पदाधिकारी तैनात किए जाएंगे, ये सारे कर्मचारी जनगणना के लिए फील्ड सर्वे से लेकर इसका पूरा डेटा बनाने का काम करेंगे। जनगणना में जाति भी पूछी जाएगी।
- जनगणना डिजिटल की जाएगी, इसके लिए मोबाइल एप्लीकेशन का उपयोग करते हुए यह डिजिटल माध्यम से की जाएगी।
- मंत्रालय ने बताया कि दो चरणों में की जाने वाली जनगणना में पहले चरण में मकान सूचीकरण और मकानों की गणना (HLO) की जाएगी।
- इसमें प्रत्येक परिवार की आवासीय स्थिति, संपत्ति और सुविधाओं के बारे में जानकारी इकट्ठी की जाएगी।
- इसके बाद दूसरे चरण में जनगणना (PE) में प्रत्येक घर में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति की जनसांख्यिकीय, सामाजिक-आर्थिक, सांस्कृतिक और अन्य जानकारी एकत्र की जाएगी।
- इसमें जाति गणना भी की जाएगी, यह जनगणना प्रक्रिया शुरू होने के बाद से 16वीं जनगणना है और देश की आजादी के बाद 8वीं जनगणना है।
- लोगों को स्व-गणना का प्रावधान भी उपलब्ध कराया जाएगा।
- जनगणना से जुड़े तमाम डेटा की निजता और सुरक्षा का पूरा इंतजाम किया जाएगा।
जिसमें जनगणना के लिए डेटा इकट्ठा करना, उसे ट्रांसफर और स्टोर करने समेत हर कदम पर डेटा लीक ना होने पाए। इसके कड़े इंतजाम होंगे।∎