राजस्थान में बीजेपी सरकार के एक मंत्री के बयान ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। मंत्री महोदय ने गौशालाओं के खिलाफ टिप्पणी की है, जिसके बाद कांग्रेस ने इसे तुरंत लपक लिया और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा है।
अजमेर में एक कार्यक्रम के दौरान, मंत्री ने कथित तौर पर कहा, "मैं गौशालाओं के खिलाफ हूं।" उनके इस बयान का वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है। उन्होंने अपने बयान में यह भी तर्क दिया कि गौशालाएं गायों के लिए प्राकृतिक वातावरण प्रदान नहीं करतीं और कई बार उनके रखरखाव में पारदर्शिता नहीं होती। उन्होंने पशुओं को खुले में चरने और किसानों द्वारा सीधे उनकी देखभाल करने के मॉडल का समर्थन किया।
मंत्री के इस बयान पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, "यह बीजेपी का दोहरा चरित्र दिखाता है। एक तरफ वे गौ-रक्षा की बात करते हैं और दूसरी तरफ उनके अपने मंत्री गौशालाओं के खिलाफ बयान दे रहे हैं।" कांग्रेस प्रवक्ता ने आगे कहा कि यह बयान साबित करता है कि बीजेपी केवल वोटों के लिए गायों का इस्तेमाल करती है, जबकि जमीनी हकीकत में उन्हें पशु कल्याण से कोई सरोकार नहीं है।
इस बयान के बाद बीजेपी के भीतर भी असहजता दिख रही है। पार्टी के कुछ नेताओं ने मंत्री के बयान को "गलत ढंग से पेश किया गया" बताया है, जबकि कुछ अन्य नेताओं ने यह स्पष्ट करने की कोशिश की है कि मंत्री का आशय गौशालाओं की मौजूदा व्यवस्था में सुधार करना था, न कि उन्हें पूरी तरह खत्म करना।
यह देखना दिलचस्प होगा कि इस बयान पर सियासत कितनी और गरमाती है और बीजेपी इस डैमेज कंट्रोल को कैसे संभालती है।∎