ऐसा नहीं है कि पीएम ने सिर्फ 8 बजे ही देश को संबोधित किया है, लेकिन यह प्राइम टाइम होता है। इस समय पूरा परिवार आमतौर पर एकसाथ होता है। ऐसे में देश के लिए यह सबसे खास वक्त होता है। हो सकता है मोदी ने इस वजह से यह वक्त चुना हो। मोदी अगर इस वक्त पर कुछ कहना चाहते हैं, तो इसका मतलब है कि बात कुछ बड़ी है। पिछला इतिहास भी यह बताता है।
पीएम मोदी के ज्यादातर संबोधन रात को 8 बजे ही हुए हैं। इससे पहले जब-जब पीएम मोदी रात को 8 बजे सामने आए, कोई बड़ा ऐलान हुआ। नोटबंदी का ऐलान हो या फिर 21 दिन का लॉकडाउन लगाने की बात सब की घोषणा पीएम मोदी ने रात 8 बजे ही की थी।
8 नवंबर 2016 को पीएम मोदी द्वारा किया गया देश को संबोधन आज भी हर देशवासी के जेहन में है। 8 नवंबर 2016, उस दिन सबकी निगाह अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव पर थी, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार अचानक देशवासियों के सामने आए। साथ ही एक हैरान कर देनेवाला ऐलान कर दिया। उन्होंने बताया कि आज मध्य रात्रि से वर्तमान में जारी 500 रुपये और 1,000 रुपये के करेंसी नोट लीगल टेंडर नहीं रहेंगे यानि ये मुद्राएं कानूनन अमान्य होंगी। देशवाशियों को कम से कम तकलीफ का सामना करना पड़े, इसके लिए हमने कुछ इंतजाम किए हैं। आपकी धनराशि आपकी ही रहेगी, आपको कोई चिंता करने की जरूरत नहीं है। समय-समय पर मुद्रा व्यवस्था को ध्यान में रख कर रिजर्व बैंक, केंद्र सरकार की सहमति से नए अधिक मूल्य के नोट को सर्कुलेशन में लाता रहा है।
पुलवामा आतंकी हमले के बाद राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि इन जवानों ने देश की सेवा में अपने प्राणों की आहुति दी है और इस दुख की घड़ी में उनकी संवेदनाएं शहीद परिवारों के साथ हैं।
प्रधानमंत्री ने देशवासियों के आक्रोश और भावनाओं को समझते हुए कहा कि सुरक्षा बलों को पूरी स्वतंत्रता दी गई है। 1 उन्होंने देश के सैनिकों के शौर्य पर पूर्ण विश्वास व्यक्त किया और देशवासियों से एजेंसियों को सही जानकारी देने का आग्रह किया, ताकि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को और तेज किया जा सके।
उन्होंने पड़ोसी देश की आर्थिक बदहाली और उसकी भारत को अस्थिर करने की साजिशों का जिक्र करते हुए कहा कि 130 करोड़ भारतीय ऐसी हर साजिश का मुंहतोड़ जवाब देंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पुलवामा हमले के बाद देश दुख और आक्रोश से भरा है, लेकिन भारत ऐसे हमलों का डटकर मुकाबला करेगा और रुकेगा नहीं।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि भारत आज अंतरिक्ष महाशक्ति बन गया है। हमारे वैज्ञानिकों ने पृथ्वी की निचली कक्षा में एक जीवित उपग्रह को मार गिराया है। भारत ऐसा करने वाला दुनिया का चौथा देश बन गया है। इससे पहले यह क्षमता केवल रूस, अमेरिका और चीन के पास थी। 'मिशन शक्ति' के तहत यह ऑपरेशन केवल तीन मिनट में पूरा हुआ। लक्ष्य 300 किलोमीटर दूर था। यह मिशन दोपहर 12 बजे से कुछ समय पहले शुरू हुआ और हमारे वैज्ञानिकों ने बहुत कम समय में यह उपलब्धि हासिल की। भारत ने एंटी-सैटेलाइट मिसाइल क्षमता प्राप्त की। भारत में ही निर्मित ए-सैट मिसाइल से यह सफलता मिली। हमें अपने वैज्ञानिकों पर गर्व है। इस शानदार मिशन के लिए डीआरडीओ बधाई का पात्र है।
अंतरिक्ष में भारत की प्रगति महत्वपूर्ण है। ए-सैट मिसाइल भारत को सुरक्षा के लिहाज से नई मजबूती देगी। हमारी अंतरिक्ष क्षमता किसी के खिलाफ नहीं है। हमारा उद्देश्य शांति बनाए रखना है, युद्ध नहीं। हमें अपने देशवासियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए आधुनिक तकनीक को अपनाना होगा। हमें अपने लोगों की मेहनत और योग्यता पर पूरा भरोसा है।
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा था कि मेरा सभी देशवासियों से आग्रह है कि आने वाले कुछ सप्ताह तक बहुत जरूरी हो तभी अपने घर से बाहर निकलें। हो सके तो काम घर से ही करें। मैं आज से जनता कर्फ्यू की मांग करता हूं। यानि जनता के लिए, जनता द्वारा लगाया गया कर्फ्यू।
22 मार्च रविवार को सुबह 7 से रात 9 बजे तक सभी देशवासियों को जनता कर्फ्यू का पालन करना है। जनता कर्फ्यू हमें आने वाली चुनौती से भी तैयार करेगा। हमें 22 मार्च को शाम 5 बजे ताली या थाली बजाकर, सायरन बजाकर सेवाभावियों का धन्यवाद करना चाहिए।
हमारे परिवार में जो भी वरिष्ठ नागरिक हैं, 60-65 आयु वाले बुजुर्ग, आने वाले कुछ सप्ताह तक वे घर से बाहर न निकलें। कोरोना सेनानियों को सम्मान दें, वे जो साफ-सफाई और जरूरी कामों में लगे हैं। जो लोग आर्थिक रूप से संपन्न हैं वो अपने साथ और अपने लिए काम करने वालों का ध्यान रखें। उनका वेतन न काटें।
हमें देखना है कि हम अस्पतालों पर अनावश्यक दबाव ना बढ़ाएं। रुटीन चेकअप के लिए अस्पताल के लिए न जाएं। ऐसी सर्जरी जो आगे बढ़ सकती है उसे आगे बढ़ा दें। इस महामारी का अर्थव्यवस्था पर भी व्यापक प्रभाव पड़ा है। इसके लिए सरकार ने सभी से जानकारी लेने के लिए कोविड-19 टास्क फोर्स का गठन किया है। ये टास्क फोर्स इस महामारी के अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभाव का आकलन करेगा।
24 मार्च को प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, "कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे पर देशवासियों से कुछ ज़रूरी बातें साझा करूंगा। आज रात 8 बजे देश को संबोधित करूंगा।"
उस संबोधन में, प्रधानमंत्री मोदी ने कोविड-19 महामारी के प्रसार को रोकने के लिए 24 मार्च की मध्यरात्रि से पूरे देश में 21 दिनों के पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की। उन्होंने कहा कि विकसित चिकित्सा सुविधाओं वाले देश भी इस वायरस को नियंत्रित करने में विफल रहे हैं, और सामाजिक दूरी ही इसे कम करने का एकमात्र उपाय है।
14 अप्रैल 2020: लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाया
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने 14 अप्रैल 2020 को कोरोनाकाल में देश को संबोधित किया था। तब पीएम मोदी ने कोरोना के खिलाफ जंग में लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ा दिया था।∎