Akshaya Tritiya 2025: क्या है अक्षय तृतीया का महत्त्व?

अक्षय तृतीया में अक्षय का अर्थ होता है 'जो कभी न घटे' और तृतीया का संबंध तिथि से है।

हर साल अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) का त्योहार हिंदू कैलेंडर के अनुसार वैशाख माह के शुल्क पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। हिंदू धर्म के लोगों के लिए सभी त्योहारों की तरह अक्षय तृतीया का भी विशेष महत्त्व है। अक्षय तृतीया दो शब्दों अक्षय और तृतीया से मिलकर बना है, जिसमें अक्षय का अर्थ होता है 'जो कभी न घटे' और तृतीया का संबंध तिथि से है। हिंदू धर्म के लोग अक्षय तृतीया के दिन को बहुत शुभ मानते हैं। ऐसा माना जाता है कि आज के दिन कोई भी नया कार्य शुरू करना अथवा कोई भी नई वस्तु खरीदना बेहद शुभ होता है।

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अक्षय तृतीया का महत्त्व - Importance of Akshaya Tritiya

धार्मिक मान्यता के अनुसार अक्षय तृतीया का दिन किसी भी नए काम के लिए शुभ माना गया है। लोगों का ऐसा मानना है कि आज के दिन कोई भी नया काम शुरू करने से उस काम में सफलता अवश्य प्राप्त होती है। धन वृद्धि के लिए लोग अक्षय तृतीया के दिन सोना-चांदी खरीदतें हैं। आज के दिन मां लक्ष्मी जी की पूजा करने का भी विशेष महत्त्व होता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार अक्षय तृतीया के दिन किए गए शुभ कार्यों का फल अक्षय मिलता है यानी कि उसका फल जीवन में कभी कम नहीं होता। अक्षय तृतीया को बहुत सी जगहों पर अखा तीज के नाम से भी जाना जाता है।

अक्षय तृतीया के दिन होने वाली घटनाएं

हिंदू पौराणिक कथाओं में अक्षय तृतीया के दिन होने वाली कई घटनाओं का उल्लेख मिलता है, जैसे-

  • ऐसा माना जाता है कि अक्षय तृतीया के दिन ही सतयुग और त्रेता युग का प्रारंभ हुआ था।
  • ये भी मान्यता है कि भगवान विष्णु के दो अवतार हयग्रीव और परशुराम का जन्म भी आज ही दिन हुआ था। इसलिए अक्षय तृतीया के दिन परशुराम जयंती भी मनाई जाती है।
  • एक मान्यता ये भी है कि अक्षय तृतीया के दिन भगवान श्री कृष्ण ने युधिष्ठिर को अक्षय पात्र दिया था, जिसका भोजन कभी भी खत्म नहीं होता था।
  • लोग ये भी मानते हैं कि माँ गंगा का धरती पर अवतरण भी अक्षय तृतीया के दिन ही हुआ था।
  • ये भी माना जाता है कि महर्षि वेदव्यास जी ने महाभारत लिखने की शुरुआत इसी दिन से की थी।
  • हर साल उत्तराखंड चार धाम यात्रा की शुरुआत भी अक्षय तृतीया के दिन से ही होती है।

अक्षय तृतीया 2025 में कब है? - When is Akshaya Tritiya in 2025?

आपको बता दें कि इस साल अक्षय तृतीया का त्योहार 30 अप्रैल को बुधवार के दिन मनाया जाएगा। अगर आप किसी नए काम की शुरुआत करने जा रहे हैं, तो अक्षय तृतीया के दिन से कर सकते हैं।

FAQ's

अक्षय तृतीया के दिन क्या करें क्या न करें?

अक्षय तृतीया के दिन किसी से पैसे उधार न लें बल्कि गरीबों को कपड़े और भोजन दान करें।

अक्षय तृतीया पर किस भगवान की पूजा की जाती है?

अक्षय तृतीया के दिन भगवान विष्णु और माँ लक्ष्मी की पूजा की जाती है।

2025 में अक्षय तृतीया कब है?

2025 में अक्षय तृतीया 30 अप्रैल को है।