डीपफेक के कारण वास्तविक और हेरफेर की गई चीजों के बीच अंतर करना मुश्किल हो गया है। लेकिन अब गूगल सर्व पर डीपफेक कंटेंट हटाने के लिए यूजर खुद पहल कर सकते हैं....
इन दिनों AI - जेनरेटेड कंटेंट की वजह से डीपफेक का खतरा तेजी से बढ़ने लगा है। डीपफेक वीडियो से नुकसान भी पहुंचाया जा रहा है। इसी चिंता को देखते हुए अब गूगल ने अपने सर्च इंजन के साथ एक पावरफुल टूल को जोड़ा है, जो डीपफेक कंटेंट को हटाने के लिए, रिक्वेस्ट की सुविधा देता है।
आईये जानते हैं डीपफेक हटाने के लिए कैसे कर सकते हैं अनुरोध:
- गूगल सपोर्ट पेज (https://support google.com/websearch/contact/ content_removal_form) पर जाएं। इस पेज को कंटेंट हटाने की रिक्वेस्ट के लिए ही डिजाइन किया गया है। यहां गूगल सर्च रिजल्ट से कंटेंट को हटाने की प्रक्रिया और मानदंड के बारे में जानकारी भी मिलेगी।
- यहां स्क्रीन पर आपसे कुछ सवाल पूछे जाएंगे, जिसका उत्तर देकर आगे बढ़ना होता है। जैसे कि आप पर्सनल कंटेंट को हटाने का अनुरोध क्यों कर रहे हैं? कुछ आप्शन भी मिलेंगे, जिनमें से किसी एक कारण पर क्लिक करने के बाद अपने देश का नाम दर्ज करना होगा। फिर नेक्स्ट वाले बटन पर क्लिक करना होगा।
- एक नये पेज पर पहुंच जाएंगे, जहां अपना पूरा नाम, ईमेल आइडी आदि दर्ज करने के बाद डीपफेक कंटेंट, जिसे सर्च रिजल्ट से हटाना चाहते हैं, उससे संबंधित डिटेल जैसे कि स्क्रीनशाट या डीपफेक कंटेंट के लिंक्स को जानकारी देनी होगी। यहां पर जितना संभव हो उतनी डिटेल दर्ज करें।
- इसके बाद जहां भी संभव हो, कानूनी प्रविधानों का हवाला देते हुए विस्तार से बताएं कि आप क्यों मानते हैं कि आपके द्वारा बताए गए URL की सामग्री गैरकानूनी है।
- फिर सभी जरूरी जानकारी भरने के बाद डिजिटल सिग्नेचर करना होगा। इसके बाद फार्म सबमिट कर दें। अब गूगल वेरिफिकेशन का इंतजार करना होगा।
- गुगल आपके सबमिशन की समीक्षा करेगा और सत्यापित करेगा। यदि वेरिफिकेशन प्रक्रिया पूरी होने के बाद आपका अनुरोध स्वीकार कर लिया जाता है, तो गूगल अपने सर्च रिजल्ट से डीपफेक कंटेंट को हटा देगा। यदि आपके अनुरोध को स्वीकार नहीं किया जाता है, तो फिर से डिटेल के साथ अनुरोध कर सकते हैं।
गूगल का कहना है कि जब कोई व्यक्ति सर्च में गैर-सहमति वाले डीपफेक रिजल्ट को हटाने के लिए अनुरोध करता है, तो कंपनी का सिस्टम उस व्यक्ति के बारे में सभी मिलते-जुलते सर्च रिजल्ट को भी फिल्टर करता है। इसके अलावा, गूगल का कहना है कि जब उसकी नीतियों के तहत किसी इमेज या वीडियो को सर्च से हटा दिया जाता है, तो उसका सिस्टम उस इमेज के डुप्लीकेट को स्कैन करेगा और उसे भी हटा देगा।
डीपफेक से भरा है इंटरनेट - Internet is full of deepfakes
होम सिक्योरिटी हीरोज की एक रिपोर्ट के अनुसार, आनलाइन डीपफेक वीडियो में 98 प्रतिशत डीपफेक पोर्न से संबंधित है। डीपफेक के मामले वर्ष 2019 से 2023 तक 550 प्रतिशत तक बढ़ चुके हैं। हालांकि अब गूगल सर्च के इस नये टूल की बदौलत डीपफेक को हठाना थोड़ा आसान हो जाएगा। डीपफेक रिमूवल टूल एक तरह से आनलाइन वातावरण को सेफ बनाने की दिशा में एक कदम है, खासकर जब डीपफेक तकनीक लगातार विकसित हो रही है। यह टूल डीपफेक सामग्री से होने वाले नुकसान को कम करने और यूजर्स की प्राइवेसी को भी सुरक्षित रखने में मदद करेगा।