सुदर्शन सेतु: देश का सबसे लंबा केबल ब्रिज

Sudarshan Setu Country Longest Cable Bridge

UltranewsTv | Updated : 26 February, 2024

सुदर्शन सेतु नाम कैसे पड़ा?

पहिले इस पुल को ओखा-बेट द्वारका सिग्नेचर ब्रिज के नाम से भी जाना गया। चूंकि इसे तीर्थयात्रियों को ओखा से बेट द्वारका तक पहुंचने के लिए किया गया है अतः इसका नाम सुदर्शन सेतु रखा गया।

द्वारिकाधीश के मंदिर पहुंचना हुआ आसान

सुदर्शन सेतु के निर्माण से पहले तीर्थयात्रियों को बेट द्वारका तक पहुंचने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ता था। उन्हें नाव पर निर्भर रहना पड़ता था। खराब मौसम की स्थिति में काफी लम्बा इंतजार करना पड़ता था।

सौर ऊर्जा का प्रयोग

फुटपाथ के ऊपरी हिस्से पर सौर ऊर्जा पैनल भी लगाए गए हैं, जिससे एक मेगावाट बिजली पैदा होगी।

चार लेन वाले 27.20 मीटर चौड़े पुल के दोनों तरफ 2.50 मीटर चौड़े फुटपाथ हैं।

इस पुल का डेक मिश्रित स्टील-प्रबलित कंक्रीट से बना है।

अद्वितीय डिजाइन

सुदर्शन सेतु एक अद्वितीय डिजाइन से बना हुआ है, जिसमें भगवद गीता के श्लोकों और दोनों तरफ भगवान कृष्ण की तस्वीरों से सजा हुआ एक फुटपाथ है।

सुदर्शन सेतु का निर्माण 979 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है।

मकरध्वज मंदिर जाना भी हुआ सुविधाजनक

श्री हनुमान के पुत्र मकरध्वज मंदिर के मंदिर में भी भक्त अब आसानी से पहुँच सकते हैं। यह मंदिर बेट द्वारका के अंदर 2.5KM दूर स्थित है।

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