बिहार में इस समय विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision - SIR) अभियान चलाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य मतदाता सूची को अद्यतन और त्रुटिरहित बनाना है। हालांकि, इस प्रक्रिया के दौरान कई समस्याएं सामने आ रही हैं, जिनका समाधान जानना हर मतदाता के लिए जरूरी है। आइए जानते हैं SIR से जुड़ी चार प्रमुख बातें:
SIR के दौरान कई मतदाताओं को यह शिकायत मिल रही है कि उनका नाम मतदाता सूची से हट गया है या फिर एक से अधिक बार दर्ज हो गया है। यह समस्या आमतौर पर आधार सीडिंग या त्रुटिपूर्ण फॉर्म भरने के कारण होती है।
ऐसे मतदाता फॉर्म-6 भरकर पुनः अपना नाम जोड़ सकते हैं। डुप्लिकेट एंट्री के लिए निर्वाचन अधिकारी से संपर्क करें।
निर्वाचन आयोग ने इस बार मतदाता पहचान को आधार से जोड़ने के लिए ई-केवाईसी (e-KYC) को बढ़ावा दिया है। लेकिन कई जगहों पर OTP न आना, सर्वर डाउन रहना जैसी तकनीकी परेशानियां आ रही हैं।
मतदाता स्वयं या वोटर हेल्पलाइन ऐप के माध्यम से ई-केवाईसी पूरा कर सकते हैं, या फिर नजदीकी बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) से मदद ले सकते हैं।
फॉर्म-6 (नाम जोड़ने), फॉर्म-7 (नाम हटाने), फॉर्म-8 (संशोधन) आदि को ऑनलाइन भरने में लोगों को समस्या हो रही है, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में जहां इंटरनेट कनेक्टिविटी कमजोर है।
ऑफलाइन फॉर्म भरकर बीएलओ को जमा करें या सेवा केंद्रों पर जाकर सहायता प्राप्त करें।
कई क्षेत्रों में बूथ लेवल ऑफिसर समय पर नहीं मिल पा रहे हैं या लोगों को यह जानकारी नहीं है कि उन्हें कहां संपर्क करना है।
मतदाता हेल्पलाइन नंबर 1950 पर कॉल करके अपने BLO की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
विशेष गहन पुनरीक्षण मतदाता सूची को पारदर्शी और सटीक बनाने की एक अहम प्रक्रिया है। यदि आप भी किसी समस्या से जूझ रहे हैं, तो समय रहते जरूरी फॉर्म भरें और अपने मतदाता अधिकार को सुरक्षित रखें।