अखिलेश यादव का यह तंज—"जश्न जीत का होता है, सीज का नहीं"—भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की तिरंगा यात्रा पर एक राजनीतिक कटाक्ष है। इसमें उन्होंने बीजेपी पर यह आरोप लगाने की कोशिश की है कि वह अपनी हार या कमजोर स्थिति को भी "जश्न" की तरह प्रस्तुत कर रही है, जबकि असल में उन्हें कोई बड़ी जीत हासिल नहीं हुई है।
यह बयान संभवतः उस संदर्भ में दिया गया है जब बीजेपी ने कहीं तिरंगा यात्रा निकाली, जिसे वो राष्ट्रभक्ति और जनसंपर्क का माध्यम बता रही हो, लेकिन अखिलेश यादव उसे एक राजनीतिक स्टंट या हार को छिपाने की कोशिश के तौर पर देख रहे हैं।