हाल ही में भारत के अलग अलग राज्यों में अचानक आतांवादी गतिविधि बढ़ गई है, कुछ दिन पहले ही फरीदाबाद, हरियाणा-दिल्ली बॉर्डर से कई किलो विस्फोट पकड़ा गया था, और अचानक ही फिर दिल्ली, लाल किले के पास एक i20 कर में धमाका होता है जिसमें लगभग 10 लोगों के मौत की खबर आई और कई लोग घायल है।
आपको बता दें की अभी दिल्ली ब्लास्ट की गुथी सुलझी नहीं थी, कल 14 नवंबर देर रात करीब 11:20 पर जम्मू कश्मीर के एक पुलिस स्टेशन में एक विस्फोट हुआ।
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी ने बताया है कि श्रीनगर के नौगाम थाने के अंदर हुए धमाके में नौ लोगों की मौत हुई है और 27 पुलिसकर्मी समेत कुल 32 लोग घायल हैं।
डीजीपी नलिन प्रभात ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस में बताया, "एफ़एसएल टीम की ओर से सैंपलिंग की प्रक्रिया बहुत ही सावधानीपूर्वक की गई, मगर इस दौरान दुर्भाग्य से रात क़रीब 11।20 बजे एक दुर्घटना घटी।"
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उन्होंने कहा कि इस घटना को लेकर किसी भी अन्य तरह की अटकलें लगाना बेकार है।
डीजीपी ने बताया, "इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में नौ लोगों की मौत हुई है। इनमें एफ़एसएल टीम के तीन कर्मचारी, दो रेवेन्यू अधिकारी शामिल और अन्य कर्मचारी शामिल हैं। इसके अलावा 27 पुलिसकर्मी, दो रेवेन्यू अधिकारी और तीन नागरिक घायल हुए हैं।"
उन्होंने बताया कि सभी घायलों को निकटतम अस्पताल में शिफ़्ट किया गया है, जहां इनका इलाज चल रहा है।
उन्होंने कहा, "पुलिस स्टेशन की इमारत को काफ़ी नुक़सान पहुंचा है। इसके अलावा पड़ोस की इमारतें भी इससे प्रभावित हुई हैं। इस घटना के कारणों की जांच की जा रही है।"
इससे पहले समाचार एजेंसी पीटीआई ने अधिकारियों के हवाला से बताया कि यह धमाका उस वक़्त हुआ, जब 'व्हाइट-कॉलर' टेरर मॉड्यूल मामले से जुड़े विस्फोटकों से सैंपल निकाले जा रहे थे।
दरअसल यह विस्फोटक हरियाणा के फरीदाबाद से गिरफ्तार डॉ। मुजम्मिल गनई के किराए के घर से जब्त किया गया था। गनई को दिल्ली ब्लास्ट केस में पहले ही अरेस्ट किया जा चुका है। 10 नवंबर को दिल्ली में लाल किला के पास कार ब्लास्ट में 13 लोगों की मौत हो गई थी।∎