सोमवार को हुए लाल किले के पास हुए हमले को लेकर एक नई जानकारी सामने आ रही है, जिसमें बताया जा रहा है की जिस कार में ये ब्लास्ट हुआ वो फ़रीदाबाद की ही एक यूनिवर्सिटी में कई दिनों से खड़ी थी। फ़रीदाबाद पुलिस ने अल-फ़लाह यूनिवर्सिटी को लेकर मीडिया में चल रही ख़बरों पर स्पष्टीकरण दिया है।
फ़रीदाबाद पुलिस के आधिकारिक एक्स अकाउंट पर पोस्ट किया गया है, "कुछ मीडिया चैनल व सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ख़बर प्रसारित हो रही है कि लाल क़िला दिल्ली के सामने विस्फोट हुई संदिग्ध आई20 कार पिछले 10/11 दिनों से अल-फ़लाह यूनिवर्सिटी, धौज में थी। फ़रीदाबाद पुलिस इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं करती है और इस ख़बर का खंडन करती है।"
वहीं तमाम तरह की ख़बरें चलने के बाद अल-फ़लाह यूनिवर्सिटी की ओर से भी बुधवार को एक बयान जारी किया गया है।
इसमें कहा गया है, "हम इस दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रम से व्यथित हैं और इसकी निंदा करते हैं... हमें यह भी पता चला है कि हमारे दो डॉक्टरों को जांच एजेंसियों ने हिरासत में लिया है। यूनिवर्सिटी का इन व्यक्तियों से कोई संबंध नहीं है, सिवाय इसके कि वे यूनिवर्सिटी में अपनी आधिकारिक क्षमता में काम कर रहे हैं।"
यूनिवर्सिटी ने कहा कि कुछ ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म निराधार और भ्रामक ख़बरें फैला रहे हैं।
बयान में कहा गया है, "हम ऐसे सभी झूठे और अपमानजनक आरोपों की कड़ी निंदा करते हैं और उनका खंडन करते हैं। जैसा कि कुछ प्लेटफ़ॉर्म ने आरोप लगाया है, वैसा कोई भी केमिकल या सामग्री यूनिवर्सिटी परिसर में नहीं रखी जा रही है।"