अमेरिका ने रोकी अफ़गान इमिग्रेशन रिक्वेस्ट, जाने वजह?

27 नवंबर को अमेरिका के वॉशिंगटन डीसी में भारी गोलीबारी की घटना के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ने लिए कुछ ठोस फैसले, अफ़ग़ान नागरिकों के सभी इमिग्रेशन रिक्वेस्ट की प्रोसेसिंग को निलंबित कर दिया है।

इस गोलीबारी की इस घटना में व्हाइट हाउस के नज़दीक नेशनल गार्ड के दो सदस्य गंभीर रूप से चोटिल हैं। इस पूरी घटना में संदिग्ध की पहचान एक अफ़ग़ान नागरिक के रूप में की गई है।

अमेरिकी सिटिज़नशिप और इमिग्रेशन सर्विसेज़ की और से बयान में कहा गया है कि यह फ़ैसला “सुरक्षा और जांच प्रोटोकॉल” की समीक्षा लंबित रहने तक लिया गया है। इससे पहले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमले को “आतंक की घटना” बताया और कहा कि वह उन विदेशी नागरिकों को देश से हटाने के कदम उठाएंगे “जो यहां के नहीं हैं।”

रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने कहा, इस घटना के बाद राष्ट्रपति ट्रम्प ने सुरक्षा को बनाए रखने के लिए वाशिंगटन डीसी में और 500 नैशनल गार्ड तैनात करने का आदेश दिया है।

कौन थे हमलावर ?

होमलैंड सिक्योरिटी की तरफ से जारी एक बयान में संदिग्ध की पहचान रहमानुल्ला लकनवाल के रूप में की गई है और उन्हें “अफ़ग़ानिस्तान से आया एक क्रिमिनल प्रवासी” बताया गया है।

बताया गया है कि, अमेरिका ने 2021 में अफ़ग़ानिस्तान से अपनी सैन्य वापसी के बाद ‘ऑपरेशन एलायज़ वेलकम’ योजना के तहत हज़ारों अफ़ग़ानों को अमेरिका में आने की अनुमति  दी। लेकिन अब वे इस अनुमति को अनिश्चित काल के लिए स्थगित करने का फैसला ले रहे हैं।

आपको बता दें की अफ़गान से अमेरिका आने वाले लोगों का ये प्रोग्राम ऑपरेशन एलायज़ वेलकम’ पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन के कार्यकाल में चलाया गया था।

29 वर्षीय रहमानुल्ला इसी के तहत सितंबर 2021 में अफ़ग़ानिस्तान से अमेरिका आया था।

गोलीबारी के बाद ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका को “जो बाइडन के कार्यकाल में अफ़ग़ानिस्तान से आए हर एक प्रवासी की दोबारा जांच की जानी चाहिए।”

कैसे हुई दुर्घटना?

नेशनल गार्ड की तैनाती की निगरानी कर रही वॉशिंगटन जॉएंट टास्क फ़ोर्स के अनुसार ये घटना बुधवार को फ़रागुट स्क्वायर मेट्रो स्टेशन के नज़दीक हुई।

घायल हुए दोनों सैनिक उस वक्त गश्त कर रहे थे। मेट्रोपॉलिटन पुलिस असिस्टेंट चीफ़ जेफ़ कैरल ने कहा है कि "संदिग्ध व्यक्ति एक कोने की तरफ से निकल कर आया और तुरंत फ़ायरिंग शुरू कर दी।"

उन्होंने कहा कि आसपास मौजूद नेशनल गार्ड के दूसरे सदस्यों ने हस्तक्षेप किया और पुलिस के आने तक संदिग्ध को घेरे रखा।  क़ानून प्रवर्तन एजेंसियों ने सीबीएस से कहा कि संदिग्ध को चार गोलियां मारी गई हैं।∎