मीडिया रेपोर्ट्स की माने तो बिहार चुनाव अपनी रफ्तार पकड़े उससे पहले ही राष्ट्रीय जनता दल (RJD) से निष्कासित चल रहे लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने नई पार्टी बनाने को लेकर चल रही अटकलों पर बड़ा बयान दिया था। उन्होंने सीधे तौर पर नई पार्टी बनाने की बात से इनकार किया था, हालांकि उनके हालिया कदम सियासी गलियारों में लगातार चर्चा का विषय बने हुए हैं।
कुछ महीनों पहले ही उनकी गाड़ी से RJD का पारंपरिक झंडा गायब दिखा और उसकी जगह टीम तेज प्रताप यादव का नया झंडा लगा हुआ था। उन्होंने यह भी दोहराया है कि अगर "जनता मांगेगी तो मुझे चुनाव लड़ना ही होगा।" उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव में दो सीटों से अपनी किस्मत आज़माने के संकेत भी दिए हैं, जिसमें उनकी पुरानी महुआ सीट भी शामिल है, जिससे RJD के मौजूदा विधायक के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं।
जनशक्ति जनता दल के अध्यक्ष तेज प्रताप यादव ने कहा है कि तेजस्वी यादव पर लालू प्रसाद यादव की 'छत्रछाया' है। उन्होंने कहा कि वह सबकुछ 'अपने बलबूते' करके दिखाएंगे।
मीडिया से बातचीत में तेज प्रताप यादव ने कहा कि पोस्टर में जननायक बताते हुए बहुत लोगों के नाम हैं।
उन्होंने आगे कहा, "कर्पूरी जी, लोहिया जी, आंबेडकर, महात्मा गांधी... ये लोग जननायक हैं। जनता क्या चाहती है? जो लोग जननायक बता रहे हैं, जननायक नहीं बताना चाहिए।"
तेज प्रताप से एक पत्रकार ने लालू यादव को लेकर उनसे सवाल किया। इस पर तेज प्रताप ने कहा, "लालू जी तो थे ही। लेकिन लालू जी का राहुल गांधी और तेजस्वी जी पर छत्रछाया है।"
उन्होंने कहा, "जैसे मेरे ऊपर छत्रछाया नहीं है। हमारे ऊपर ग़रीब जनता, बिहार के युवाओं और नौजवानों की छत्रछाया है। जिसको लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं।"
तेज प्रताप यादव ने कहा, "अपने बलबूते पर करके दिखाएंगे।"
इसी साल मई महीने में लालू यादव ने तेज प्रताप यादव को आरजेडी से निस्कासित कर दिया था। उन्होंने कहा था, "अब पार्टी और परिवार में तेज प्रताप यादव की किसी भी प्रकार की कोई भूमिका नहीं होगी।"
इसके बाद तेज प्रताप यादव ने नई पार्टी बनाई और उनकी पार्टी बिहार विधानसभा चुनाव लड़ रही है। तेज प्रताप महुआ सीट से चुनावी मैदान में हैं।∎