पाकिस्तानी आर्मी के मेजर जनरल अहमद शरीफ़ 'अगर अफ़ग़ानिस्तान से हमला हुआ तो संघर्ष विराम ख़त्म माना जाएगा'

पाकिस्तानी आर्मी प्रवक्ता मेजर जनरल अहमद शरीफ़ पाकिस्तानी सेना ने सोमवार को पत्रकारों के साथ बात-चीत में कहा है कि अगर अफ़ग़ानिस्तान से पाकिस्तान में घुसपैठ होती है तो संघर्ष विराम समाप्त माना जाएगा और ऐसे किसी भी हमले का पूरी ताक़त से जवाब दिया जाएगा।

मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान के बीच संघर्ष में 206 अफ़ग़ान तालिबान लड़ाके और चरमपंथी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के 110 लड़ाके मारे गए।

मेजर जनरल अहमद शरीफ़ का कहना है कि, "हम हमेशा से आतंकवाद से लड़ते रहे हैं।"

अलग-अलग सरकारों के कार्यकाल के दौरान अफ़ग़ानिस्तान की आधिकारिक यात्राओं का ब्योरा साझा करते हुए उन्होंने कहा,"हम सरकार से बात करते हैं लेकिन किसी भी चरमपंथी समूह से बातचीत नहीं करेंगे।"

अहमद शरीफ़ का कहना है कि सुरक्षा मांगे जाने या किसी को खुश करने के लिय नहीं है।

मेजर का कहना है कि पाकिस्तान को अपनी रक्षा करने का पूरा अधिकार है और किसी भी हमले का पूरी ताक़त से जवाब दिया जाएगा। सैन्य प्रवक्ता के मुताबिक़ अफ़ग़ान तालिबान ने क़तर और तुर्की से मध्यस्थ की भूमिका निभाने का अनुरोध किया था।

उन्होंने दावा किया कि इन वार्ताओं के दौरान पाकिस्तान ने अफ़ग़ानिस्तान की धरती से पाकिस्तान पर हमलों और चरमपंथी गतिविधियों के संबंध में अकाट्य सबूत पेश किए हैं।

उन्होंने कहा, "हमने अफ़ग़ानिस्तान से कहा है कि या तो वह आतंकवादियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करे या उन्हें हमें सौंप दे ताकि हम उन्हें न्याय के कटघरे में ला सकें।"

उन्होंने अफ़ग़ान तालिबान की विचारधारा की भी आलोचना की और कहा कि महिलाओं को शिक्षा प्राप्त करने की अनुमति नहीं दी जा रही है।∎