इंडिगो फिर आई ट्रैक पर, सीईओ पीटर एल्बर्स ने दिया आश्वासन, आज से सब सुचारु रूप से चलेगा

हाल के दिनों में इंडिगो की सेवाओं को लेकर यात्रियों में भारी असंतोष और सोशल मीडिया पर गुस्से का माहौल रहा है। बीते दिनों में इंडिगो की कई फ्लाइट रद्द हो रही है, जिसकी कई रूप में आलोचना की जा रही है, इन उड़ानों एक रद्द होने की कई मुख्य कारण स्पष्ट किए जा रहे हैं। सबसे पहला कारण बताया जा रहा है कि इंडिगो के पास अब पायलट की कमी है, DGCA ने पायलटों के साप्ताहिक अनिवार्य आराम समय (Mandatory Rest Period) को बढ़ा दिया है और रात में लैंडिंग की अधिकतम संख्या को कम कर दिया है। इंडिगो, जो देश में सबसे ज़्यादा उड़ानें संचालित करती है और रात की उड़ानों पर बहुत ज़्यादा निर्भर है, समय पर पर्याप्त अतिरिक्त पायलटों की भर्ती या प्रशिक्षण नहीं कर पाई। नतीजा यह की कई पायलट कानूनी रूप से अपनी ड्यूटी करने के लिए उपलब्ध नहीं है।

मगर अब एयरलाइन की ओर से इस पूरे डामिनो इफेक्ट ठीक कर दिया गया है, और बताया गया है कि सभी लोगों को उनके गंतव्य तक पहुँचा दिया गया है, साथ ही रिफन्ड प्रोसेस भी शुरू हो चुका है।

इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने एयरलाइन की ऑपरेशनल रुकावटों पर बयान जारी किया है। उन्होंने कहा है कि एयरलाइन का ऑपरेशन अब व्यवस्थित है।

उन्होंने कहा, "इंडिगो फिर से पटरी पर आ गया है और हमारा ऑपरेशन स्थिर है...शुरुआत में हमारी प्राथमिकता एयरपोर्ट पर फंसे सभी कस्टमर्स को सुरक्षित उनके डेस्टिनेशन तक या वापस उनके घरों तक पहुंचाना था।"

"इसके बाद हमने रिफ़ंड की प्रक्रिया शुरू की। लाखों कस्टमर्स को उनका पूरा रिफ़ंड मिल गया है, और हम रोज़ाना ऐसा करना जारी रखे हुए हैं। एयरपोर्ट पर फंसे ज़्यादातर सामान लोगों के घरों तक पहुंचा दिए गए हैं।"

पीटर एल्बर्स ने बताया कि 5 दिसंबर को एयरलाइन सिर्फ़ 700 फ़्लाइटें उड़ सकी थी, इसके बाद स्थिति में धीरे-धीरे सुधार हुआ। फलस्वरूप, पीटर एल्बर्स के मुताबिक़ 6 दिसंबर को 1500 फ़्लाइटें, 7 दिसंबर को 1650 फ़्लाइटें, 8 दिसंबर को 1800 फ़्लाइटों ने उड़ान भरी।

उन्होंने कहा, "हम अपने नेटवर्क में सभी 138 डेस्टिनेशंस के लिए फिर से उड़ान भर रहे हैं...अब 9 दिसंबर को मैं ये कन्फ़र्म कर सकता हूं हमारा ऑपरेशन सुचारू रूप से चालू हो गया है।"

बीते हफ़्ते इंडिगो संकट की वजह से हज़ारों हवाई यात्रियों को परेशानी हुई। बुधवार, 3 दिसंबर को ये संकट तब शुरू हुआ, जब इंडिगो की 150 उड़ानें रद्द हो गईं और दर्जनों उड़ानें डिले हो गईं।

इसके बाद से एयरलाइन की हज़ारों उड़ाने रद्द हुईं, जिसके कारण यात्रियों को काफ़ी दिक्कतें हुईं।∎