शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता संजय राउत ने पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के संबंध में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने पूछा है कि जगदीप धनखड़ कहां हैं, उनका स्वास्थ्य कैसा है और क्या वह सुरक्षित हैं।
संजय राउत ने लिखा, "मैं राष्ट्रीय सुरक्षा और व्यक्तिगत स्वतंत्रता को लेकर यह पत्र लिख रहा हूं। 21 जुलाई की सुबह 11 बजे राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कार्यवाही का संचालन किया। उस समय वह सामान्य नज़र आए और सत्र का संचालन ठीक से किया।"
उन्होंने आगे लिखा, "कार्यवाही के दौरान सभापति और विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच बहस हुई, जिसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। यह दर्शाता है कि उस समय सभापति का स्वास्थ्य अच्छा था। लेकिन उसी दिन शाम छह बजे उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफ़ा दे दिया, जो सबके लिए चौंकाने वाली बात थी।"
राउत ने कहा, "सबसे चिंताजनक बात यह है कि 21 जुलाई के बाद से उपराष्ट्रपति के बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है। वह कहां हैं और उनका स्वास्थ्य कैसा है, इस पर कोई स्पष्टता नहीं है।"
उन्होंने बताया कि राज्यसभा के कुछ सांसदों ने पूर्व उपराष्ट्रपति से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी। उनके स्टाफ से भी कोई संवाद नहीं हुआ, जिसे उन्होंने गंभीर चिंता का विषय बताया।
संजय राउत ने सवाल किया, "हमारे उपराष्ट्रपति के साथ क्या हुआ? वह कहां हैं और उनकी तबीयत कैसी है? क्या वह सुरक्षित हैं? देश को इन सवालों के जवाब जानने का अधिकार है।"
इससे पहले शनिवार को सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने भी एक्स पर एक पोस्ट कर जगदीप धनखड़ के बारे में सवाल किया था।
जगदीप धनखड़ ने 21 जुलाई को संसद के मॉनसून सत्र की शुरुआत वाले दिन उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफ़ा दे दिया था। उन्होंने इसके पीछे स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया।
अपने पत्र में उन्होंने लिखा, "स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए और चिकित्सकीय सलाह के अनुसार, मैं भारत के उपराष्ट्रपति पद से तत्काल प्रभाव से त्यागपत्र दे रहा हूँ।"∎