बिहार में एसआईआर को लेकर योगेंद्र यादव ने पूछे ये 10 सवाल

मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार की रविवार को की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस को लेकर चुनाव विश्लेषक और राजनीतिक कार्यकर्ता योगेंद्र यादव ने सवाल उठाए हैं।वो 10 सवाल जो आज प्रेस कांफ्रेंस में पूछे गए लेकिन जिनका कोई सीधा जवाब नहीं मिला (अगर आपको जवाब समझ आया हो तो बता दीजिएगा। जो मुझसे छूट गए हों वो आप जोड़ दीजिएगा):

  1. राहुल गांधी से एफिडेविट मांगा तो अनुराग ठाकुर से क्यों नहीं?
  2. समाजवादी पार्टी ने जो एफिडेविट दिया था उसकी जांच क्यों नहीं?
  3. वोटर लिस्ट डिफेक्टिव थी तो क्या पुराने चुनाव में घपला था?
  4. SIR से पहले पार्टियों से राय मशविरा क्यों नहीं हुआ?
  5. चुनाव वाले साल में इंटेंसिव रिवीजन ना करने की स्थापित मर्यादा क्यों तोड़ी गई?
  6. इतनी हड़बड़ी में बारिश बाढ़ के बीच SIR क्यों?
  7. कितने लोगों ने फॉर्म के साथ कोई दस्तावेज नहीं जमा करवाया ?
  8. BLO ने कितने फॉर्म को “नोट रिकमेंडेड” श्रेणी में डाला? किस आधार पर?
  9. बिहार में SIR के दौरान जून-जुलाई के बीच कितने नाम जोड़े गए?
  10. SIR के ज़रिए पुरानी वोटर लिस्ट में कितने विदेशी घुसपैठिए निकले?

उन्होंने एक्स पर दस सवालों को पोस्ट करते हुए लिखा, "प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये दस सवाल पूछे गए लेकिन इनका कोई सीधा जवाब नहीं मिला है।"

मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने रविवार को नई दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि विपक्ष बिहार में स्पेशल इंटेंसिव रिवीज़न (एसआईआर) पर 'भ्रम फैलाने की कोशिश' कर रहा है। उन्होंने कहा, "ज़मीनी स्तर पर सभी मतदाता, सभी राजनीतिक दल और सभी बूथ लेवल ऑफिसर्स मिलकर पारदर्शी तरीके से काम कर रहे हैं।"