असम में 'देखते ही गोली मारने' के आदेश के बाद 38 लोग गिरफ्तार: सीएम हिमंत बिस्वा सरमा के बयान पर कार्रवाई

June 14, 2025
असम में 'देखते ही गोली मारने' के आदेश के बाद 38 लोग गिरफ्तार: सीएम हिमंत बिस्वा सरमा के बयान पर कार्रवाई

असम: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा द्वारा अतिक्रमणकारियों को 'देखते ही गोली मारने' के विवादास्पद आदेश के बाद धुबरी ज़िले में कम से कम 38 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह कार्रवाई हाल ही में मुख्यमंत्री के एक कड़े बयान के बाद हुई है, जहाँ उन्होंने सरकारी ज़मीन पर अवैध कब्ज़ा करने वालों के खिलाफ सख़्त रुख अपनाने की बात कही थी।

क्या है पूरा मामला?

मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने हाल ही में राज्य में बढ़ते अतिक्रमण के मामलों पर चिंता व्यक्त की थी और अधिकारियों को ऐसे मामलों से निपटने के लिए सख़्त निर्देश दिए थे। उनके इस बयान, जिसमें उन्होंने 'देखते ही गोली मारने' (shoot-on-sight) जैसे शब्दों का प्रयोग किया, ने देशभर में ध्यान खींचा और विवादों को जन्म दिया। हालाँकि, मुख्यमंत्री का स्पष्टीकरण था कि यह बयान केवल गंभीर परिस्थितियों में आत्मरक्षा या कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अंतिम उपाय के तौर पर था।

इसके तुरंत बाद, धुबरी ज़िले में अवैध गतिविधियों और अतिक्रमण के खिलाफ बड़े पैमाने पर अभियान चलाया गया, जिसके परिणामस्वरूप 38 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन गिरफ्तारियों को मुख्यमंत्री के आदेश के सीधे परिणाम के रूप में देखा जा रहा है।

प्रशासन का सख़्त रुख

धुबरी पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने पुष्टि की है कि गिरफ्तार किए गए लोग विभिन्न अवैध गतिविधियों और सरकारी ज़मीन पर अतिक्रमण से जुड़े हुए थे। प्रशासन का कहना है कि यह अभियान राज्य में कानून का शासन स्थापित करने और सरकारी संपत्तियों की रक्षा के लिए चलाया गया है।

मुख्यमंत्री के बयान और उसके बाद हुई इन गिरफ्तारियों ने असम में अतिक्रमण और कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर एक नई बहस छेड़ दी है। विपक्षी दल और मानवाधिकार संगठन इस तरह के कड़े बयानों और कार्रवाईयों की आलोचना कर रहे हैं, जबकि सरकार इसे राज्य के हित में आवश्यक बता रही है।∎

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