महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर बड़ा उलटफेर देखने को मिल सकता है। लंबे समय से अलग-अलग राहों पर चल रहे शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) अध्यक्ष राज ठाकरे के एक साथ आने की अटकलें तेज़ हो गई हैं। हाल ही में हुई एक बैठक और उसके बाद आए संकेतों ने इस संभावना को और बल दिया है।
यह चर्चा तब शुरू हुई जब राज ठाकरे ने अपने सभी नगरसेवकों और प्रमुख पदाधिकारियों की एक अहम बैठक बुलाई। इस बैठक के बाद अंदरूनी सूत्रों से जो जानकारी सामने आई है, वह उद्धव और राज के संभावित पुनर्मिलन की ओर इशारा कर रही है। हालांकि बैठक में क्या तय हुआ, इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन सियासी गलियारों में यह चर्चा गर्म है कि मनसे सुप्रीमो एक बड़े राजनीतिक कदम की तैयारी में हैं।
पिछले कुछ समय से ठाकरे परिवार में नज़दीकियाँ बढ़ती दिख रही हैं। हाल ही में दोनों भाई कई पारिवारिक आयोजनों में एक साथ नज़र आए थे, जिसने राजनीतिक विश्लेषकों को चौंका दिया था। शिवसेना में विभाजन और महाराष्ट्र की बदलती राजनीतिक परिस्थितियों के बीच, यह माना जा रहा है कि दोनों भाई अपने राजनीतिक भविष्य को मज़बूत करने के लिए एक साथ आने पर विचार कर सकते हैं।
यदि उद्धव और राज ठाकरे एक साथ आते हैं, तो यह महाराष्ट्र की राजनीति में एक बड़ा गेमचेंजर साबित हो सकता है, खासकर आगामी मुंबई महानगरपालिका चुनावों और विधानसभा चुनावों को देखते हुए।∎