भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया सैन्य तनाव के बाद, दोनों देशों ने 10 मई 2025 को एक पूर्ण और तत्काल सीजफायर पर सहमति व्यक्त की। यह समझौता पाकिस्तान के डीजीएमओ द्वारा भारत के समकक्ष को की गई कॉल के बाद हुआ, जिसमें दोनों पक्षों ने 17:00 IST से सभी सैन्य कार्रवाइयों को रोकने पर सहमति जताई।
पाकिस्तान ने दावा किया है कि यह सीजफायर रविवार तक बढ़ा दिया गया है, हालांकि भारत की ओर से अभी तक इस पर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
इस सीजफायर में अमेरिका की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की कि दोनों देशों ने अमेरिका की मध्यस्थता के बाद पूर्ण और तत्काल सीजफायर पर सहमति जताई है।
हालांकि, सीजफायर के बावजूद, भारत ने पाकिस्तान पर उल्लंघन के आरोप लगाए हैं, जिसमें जम्मू-कश्मीर के बारामूला और राजस्थान के बाड़मेर में गोलीबारी और ड्रोन हमले शामिल हैं। पाकिस्तान ने इन आरोपों से इनकार किया है और सीजफायर के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है।
भारत ने स्पष्ट किया है कि वह आतंकवाद के खिलाफ अपनी "कड़ी और समझौता न करने वाली" नीति जारी रखेगा, और सीजफायर के बावजूद, पहले से लागू की गई कूटनीतिक और रणनीतिक उपायों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
इस सीजफायर को अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भी सराहा है, जिसमें संयुक्त राष्ट्र, फ्रांस, जर्मनी, जापान, ईरान और नेपाल जैसे देशों ने इस कदम का स्वागत किया है।
हालांकि यह सीजफायर एक सकारात्मक कदम है, लेकिन इसकी सफलता दोनों देशों की राजनीतिक इच्छाशक्ति, आतंकवाद पर नियंत्रण और ईमानदार कूटनीतिक प्रयासों पर निर्भर करेगी।