प्रदेश में Indian National Congress (कांग्रेस) की सरकार का आधा कार्यकाल पूरा हो चुका है, कई विधायक, खासकर शिवकुमार समर्थक, मानते हैं कि अब सत्ता-बारी (power-sharing / leadership change) का वक्त है।
दरअसल, 2023 में जब विधानसभा चुनाव हुए थे, तब कहा जा रहा था कि मुख्यमंत्री पद के लिए एक “समझौता” हुआ था, कि पहले सिद्धारमैया होंगे और बाद में शिवकुमार को मौका मिलेगा। इस उम्मीद की वजह से बदलने की चर्चा मुखर है। इसी क्रम में कर्नाटक में मुख्यमंत्री बदलने की अटकलों पर डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने बुधवार को प्रतिक्रिया दी है।
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डीके शिवकुमार ने कहा, "कोई भ्रम नहीं है। किसी को किसी चीज़ की मांग नहीं करनी चाहिए. कोई ग्रुप नहीं है. सिर्फ एक ग्रुप है कांग्रेस। हमारे ग्रुप में 140 विधायक हैं।"
न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के अनुसार, कई विधायकों ने डीके शिवकुमार को मुख्यमंत्री बनाने के लिए पार्टी नेतृत्व से मुलाक़ात की थी।
इन अटकलों को तब और हवा मिली जब बीजेपी ने तंज़ करते हुए एक एआई वीडियो शेयर किया था।
कर्नाटक बीजेपी ने अपने एक्स हैंडल पर एक एआई जेनरेटेड वीडियो शेयर किया जिसमें डीके शिवकुमार ऑनलाइन शॉपिंग में सीएम की कुर्सी खोज रहे हैं और उसमें ‘आउट ऑफ़ स्टॉक’ लिख कर आ रहा है।
मंगलवार को डीके शिवकुमार ने एक्स पर लिखा, “हमें अपनी अंतरात्मा के अनुसार काम करना चाहिए।”
दो दिन पहले एनडीए गठबंधन में शामिल जेडीएस के नेता एचडी कुमारस्वामी ने कर्नाटक में कुछ ‘विस्फोटक राजनीतिक घटनाक्रम’ की बात कही थी और संकेत दिया था कि डीके शिवकुमार बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व से संपर्क में हैं।