मथुरा में घूमने की जगहें – भगवान कृष्ण की नगरी की सैर

उत्तर प्रदेश का प्राचीन और ऐतिहासिक शहर मथुरा भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि के रूप में विश्वभर में प्रसिद्ध है। यह धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर से समृद्ध शहर हर साल लाखों भक्तों और पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। यहां न सिर्फ मंदिरों और पौराणिक स्थलों का महत्व है, बल्कि घाटों, उद्यानों और त्योहारों का रंगारंग आयोजन भी देखने को मिलता है। आइए जानते हैं मथुरा की प्रमुख घूमने लायक जगहों के बारे में।

श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर

मथुरा का सबसे प्रमुख और पवित्र स्थल श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर है। यह वही स्थान है जहां भगवान कृष्ण का जन्म हुआ था। यहाँ मंदिर के साथ-साथ एक जेल की कोठरी भी है जिसे “कृष्ण जन्मस्थान” कहा जाता है।

द्वारकाधीश मंदिर

18वीं शताब्दी में बना यह मंदिर अपनी अनोखी शिल्पकला और भव्य सजावट के लिए प्रसिद्ध है। जन्माष्टमी और होली के अवसर पर यहाँ की रौनक देखते ही बनती है।

विश्राम घाट

यमुना नदी के किनारे बना यह घाट धार्मिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है। मान्यता है कि भगवान कृष्ण ने कंस वध के बाद यहीं विश्राम किया था। यहाँ प्रतिदिन शाम को होने वाली यमुना आरती पर्यटकों और भक्तों को दिव्य अनुभव कराती है।

कंस किला

मथुरा के राजा कंस द्वारा बनवाया गया यह किला प्राचीन स्थापत्य कला का उदाहरण है। भले ही अब यह खंडहर रूप में है, लेकिन इसका ऐतिहासिक महत्व आज भी उतना ही है।

गीता मंदिर

गीता मंदिर में भगवान कृष्ण और अर्जुन की विशाल मूर्तियाँ स्थापित हैं। यहाँ पर दीवारों पर भगवद गीता के श्लोक उकेरे गए हैं, जो श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक ज्ञान प्रदान करते हैं।

बांके बिहारी मंदिर (वृंदावन)

मथुरा से कुछ ही दूरी पर स्थित वृंदावन का बांके बिहारी मंदिर भी भक्तों के बीच अत्यंत लोकप्रिय है। यहाँ की आरती और भजन संध्या मन को अद्भुत शांति प्रदान करती है।

रंगजी मंदिर

दक्षिण भारतीय शैली में निर्मित रंगजी मंदिर अपनी सात मंज़िला गोपुरम और विशाल प्रांगण के लिए जाना जाता है। यहाँ हर साल रथयात्रा का आयोजन भी किया जाता है।

गोवर्धन पर्वत

मथुरा से लगभग 20 किलोमीटर दूर स्थित गोवर्धन पर्वत भी भगवान कृष्ण की लीलाओं से जुड़ा है। श्रद्धालु यहाँ परिक्रमा लगाते हैं और धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेते हैं।

कुसुम सरोवर

यह सुंदर सरोवर गोवर्धन पर्वत के पास स्थित है। यहाँ के चारों ओर बने मंदिर और शाम का मनमोहक नज़ारा पर्यटकों को आकर्षित करता है।

बरसाना और नंदगांव

मथुरा यात्रा के दौरान बरसाना और नंदगांव को देखना न भूलें। बरसाना राधारानी की जन्मभूमि है और यहाँ की लट्ठमार होली विश्वभर में प्रसिद्ध है।

मथुरा सिर्फ एक धार्मिक स्थल ही नहीं बल्कि आस्था, संस्कृति और इतिहास का संगम है। यहाँ के मंदिर, घाट, किले और पर्वत हर आगंतुक को अद्भुत अनुभव कराते हैं। यदि आप आध्यात्मिकता, भक्ति और भारतीय संस्कृति को करीब से महसूस करना चाहते हैं तो मथुरा की यात्रा ज़रूर करें।

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