यह एक प्राकृतिक घटना है जिसमें छोटे समुद्री जीव—जैसे Dinoflagellates (luminescent plankton)—रासायनिक प्रतिक्रियाओं के माध्यम से अंधेरे में चमकते हैं। जब पानी में हलचल होती है, तो ये जीव लुसिफरेज़ एंजाइम और लुसिफेरिन नामक यौगिक के कारण प्रकाश उत्सर्जित करते हैं।
यह गोवा का एक शांत और सुनसान तट है जहाँ कुछ अवसरों पर रात में चमक दिखाई देती है। हर साल ठंडे महीनों (नवंबर–जनवरी) में यह घटना थोड़ी अधिक स्पष्ट हो सकती है। हालांकि स्थानीय अनुभव बताते हैं कि यह हमेशा नहीं होता।
चेन्नई के तट पर, विशेषकर तिरुवनमियूर इलाके में, कभी–कभार बायोलुमिनसेंस देखा गया है। यह घटना मौसम और समुद्र की स्थिति के अनुसार अस्थायी होती है।
यह एक गुप्त और शांत तट है, जहाँ मानसून और उसके बाद नरम रात्रियों में पानी नीले प्रकाश से जगमगा सकता है।
यह छिपा हुआ रत्न एक रात में चमकदार अनुभव प्रदान करता है—विशेष रूप से मानसून के बाद और गर्म मौसम में।