पंजाब का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक शहर अमृतसर अपनी धार्मिक आस्था, स्वादिष्ट व्यंजन और देशभक्ति की भावना के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। यहाँ आने वाला हर यात्री न सिर्फ गुरुद्वारा श्री हरमंदिर साहिब (स्वर्ण मंदिर) के दर्शन करता है, बल्कि शहर की जीवंत गलियों और ऐतिहासिक धरोहरों से भी रूबरू होता है। आइए जानते हैं अमृतसर में घूमने की कुछ बेहतरीन जगहों के बारे में
अमृतसर का सबसे प्रमुख आकर्षण, स्वर्ण मंदिर न सिर्फ सिखों के लिए बल्कि हर धर्म के लोगों के लिए आस्था का केंद्र है। इसकी सुनहरी चमकती हुई संरचना, शांत सरोवर और लंगर की सेवा यहाँ की विशेषता हैं।
1919 के जालियांवाला बाग नरसंहार की याद दिलाने वाली यह जगह आज भी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की गवाही देती है। यहाँ बनी शहीदों की दीवार और स्मारक हर भारतीय के दिल को छू जाते हैं।
भारत-पाकिस्तान सीमा पर स्थित वाघा बॉर्डर पर बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी हर शाम देखने लायक होती है। यहाँ का देशभक्ति से भरा माहौल और सैनिकों का जोश यात्रियों को रोमांचित कर देता है।
अमृतसर का यह मंदिर स्वर्ण मंदिर की तरह ही झील के बीचों-बीच बना हुआ है, लेकिन यह मंदिर भगवान विष्णु और देवी दुर्गा को समर्पित है। इसकी सुंदर वास्तुकला और भव्यता मन मोह लेती है।
भारत-पाकिस्तान विभाजन के समय की घटनाओं और कहानियों को संजोकर रखा गया यह संग्रहालय इतिहास प्रेमियों के लिए बेहद खास है। यहाँ फोटो, दस्तावेज़ और स्मृतियाँ उस दौर की झलक दिखाते हैं।
17वीं शताब्दी में बना यह ऐतिहासिक किला अमृतसर की शान है। अब इसे एक लाइव म्यूज़ियम और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में विकसित किया गया है जहाँ शाम को लाइट एंड साउंड शो भी आयोजित होता है।
अगर आप शॉपिंग के शौकीन हैं तो हॉल बाज़ार ज़रूर जाएँ। यहाँ से आप अमृतसरी जुत्ती, फुलकारी दुपट्टे, और पंजाबी पारंपरिक सामान खरीद सकते हैं।
अमृतसर धार्मिक आस्था, इतिहास और संस्कृति का अद्भुत संगम है। चाहे स्वर्ण मंदिर की शांति हो, जलियांवाला बाग का दर्द, या वाघा बॉर्डर का जोश – यह शहर हर यात्री के दिल में हमेशा के लिए बस जाता है।