हर साल 22 जुलाई को देशभर में आम दिवस मनाया जाता है। आम दुनिया के सबसे लोकप्रिय फलों में से एक है। आम का साइंटिफिक नाम ''Mangifera Indica' है।
ऐसा माना जाता है कि आम की उत्पत्ति सबसे पहले भारत, बर्मा (वर्तमान म्यांमार) और अंडमान द्वीप समूह में हुई थी। भारत में सबसे पहले आम को लगभग 5 हजार साल पहले उगाया गया था। भारत, पाकिस्तान और फिलीपींस इन तीनों देशों का राष्ट्रीय फल आम है। वैसे तो आम दिवस को मनाने का कोई तय तरीका नहीं है। हर देश में अलग-अलग तरीके से इसे मनाया जाता है।
आम को फलों का राजा कहा जाता है। आम सिर्फ फलों का राजा ही नहीं है, बल्कि गुणों का भंडार भी है। भारत में आम के कई प्रकार आपको मिल जाएंगे। आम में मैग्नीनिशयम, पोटैशियम, प्रोटीन, विटामिन और फोलेट, जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। आम डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंद हो सकता है। ये ब्लड शुगर लेवल को भी नियंत्रित रखने में मदद कर सकता है।
आज के इतिहास में अगर हम राष्ट्रीय आम दिवस यानी 22 जुलाई की बात करें तो इस दिन को राष्ट्रीय आम दिवस के रूप में मनाया जाता है। आम की खेती 4,000 सालों से भी ज्यादा समय से की जा रही है और इसे भारतीय लोककथाओं में एक संदर्भ के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता रहा है। कई देशों की संस्कृति और परंपराओं में आम की गहरी जड़ें हैं और भारत के आम और भारतीयों का रिश्ता बहुत पुराना है, क्योंकि यह फल सदियों से यहां मशहूर है।
राष्ट्रीय आम दिवस पर हम दुनिया के सबसे महंगे मियाजाकी आम के बारे में भी जानेंगे क्योंकि यह दुनिया का सबसे महंगा आम है। मियाजाकी वेराइटी का आम जापान का है और यह आम इसलिए महंगा है क्योंकि इसमें अन्य आमों की तुलना में 15 प्रतिशत अधिक चीनी होती है। इसके अलावा इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट, बीटा-कैरोटीन और फोलिक एसिड भी पाया जाता है और इस आम को खाना उन लोगों के लिए फायदेमंद साबित होता है जिनकी नजर कमजोर है।