प्रियंका चोपड़ा न सिर्फ बॉलीवुड की एक सफल अभिनेत्री हैं, बल्कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी अपनी खास पहचान बनाई है। वे एक प्रतिभाशाली कलाकार, निर्माता, लेखिका और यूनिसेफ की गुडविल एंबेसडर भी हैं। उनकी यात्रा संघर्ष, आत्मविश्वास और कड़ी मेहनत की मिसाल है।
प्रियंका चोपड़ा का जन्म 18 जुलाई 1982 को जमशेदपुर, झारखंड में हुआ था। उनके पिता डॉ. अशोक चोपड़ा और मां डॉ. मधु चोपड़ा दोनों भारतीय सेना में चिकित्सक थे। प्रियंका की स्कूली शिक्षा भारत और अमेरिका में हुई। अमेरिका में पढ़ाई के दौरान उन्होंने नस्लवाद जैसी चुनौतियों का सामना किया, जिसने उन्हें और मजबूत बनाया।
साल 2000 में प्रियंका ने 'मिस वर्ल्ड' का खिताब जीतकर देश का नाम रोशन किया। यह उपलब्धि उनके लिए एक नया मोड़ साबित हुई और इसके बाद उन्होंने बॉलीवुड में कदम रखा।
प्रियंका चोपड़ा ने 2003 में फिल्म द हीरो: लव स्टोरी ऑफ अ स्पाई से बॉलीवुड में डेब्यू किया। इसके बाद अंदाज, मुझसे शादी करोगी, ऐतराज़, डॉन, फैशन, बर्फी, कमीने, मैरी कॉम, बाजीराव मस्तानी जैसी फिल्मों में उनके अभिनय की जमकर तारीफ हुई।
फिल्म फैशन (2008) में निभाए गए किरदार के लिए उन्हें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला।
प्रियंका ने अमेरिकी टीवी सीरीज Quantico में मुख्य भूमिका निभाकर हॉलीवुड में भी सफलता हासिल की। इसके बाद वे Baywatch, The White Tiger, Love Again जैसी अंतरराष्ट्रीय फिल्मों का हिस्सा बनीं। उन्होंने न सिर्फ अभिनय किया बल्कि Purple Pebble Pictures नामक प्रोडक्शन हाउस के जरिए क्षेत्रीय सिनेमा को भी प्रोत्साहित किया।
प्रियंका ने 2018 में अमेरिकी गायक और अभिनेता निक जोनस से शादी की। दोनों की जोड़ी को वैश्विक मीडिया में काफी सराहना मिली। 2022 में उन्होंने सरोगेसी के जरिए एक बेटी, मालती मैरी का स्वागत किया।
प्रियंका चोपड़ा की कहानी प्रेरणादायक है। उन्होंने भारतीय परंपराओं की जड़ें बनाए रखते हुए वैश्विक मंच पर अपनी पहचान बनाई है। वे आज के युवाओं के लिए एक प्रेरणा हैं – जो सपनों को न केवल देखती हैं, बल्कि उन्हें पूरे जुनून और आत्मविश्वास के साथ पूरा भी करती हैं।