कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) [CPI(M)] ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के एक हालिया बयान को बेतुका करार दिया है, जिससे राजनीतिक गलियारों में एक नया विवाद खड़ा हो गया है।
पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने राहुल गांधी की टिप्पणी पर कड़ी आपत्ति व्यक्त करते हुए कहा कि उनका बयान तथ्यों से परे और गैर-जिम्मेदाराना है। सीपीआई (एम) के एक प्रवक्ता ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "राहुल गांधी का यह बयान पूरी तरह से बेतुका और निराधार है। यह दर्शाता है कि उन्हें जमीनी हकीकत और संबंधित मुद्दों की सही जानकारी नहीं है।"
फिलहाल, राहुल गांधी के किस विशिष्ट बयान पर सीपीआई (एम) ने यह प्रतिक्रिया दी है, इसका विस्तृत ब्यौरा सार्वजनिक नहीं किया गया है। हालांकि, माना जा रहा है कि यह टिप्पणी किसी ऐसे संवेदनशील मुद्दे से जुड़ी है जिस पर दोनों दल पहले भी अलग-अलग राय रखते रहे हैं। इस बयानबाजी से विपक्ष के भीतर भी मतभेदों की अटकलें तेज हो गई हैं, खासकर ऐसे समय में जब आगामी चुनावों को देखते हुए विपक्षी एकता पर जोर दिया जा रहा है।
सीपीआई (एम) ने राहुल गांधी से अपने बयान पर स्पष्टीकरण देने और इसे वापस लेने की मांग की है। इस बीच, कांग्रेस पार्टी की ओर से अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।∎