शुभांशु शुक्ला की धरती वापसी पर संकट के बादल

July 10, 2025
शुभांशु शुक्ला की धरती वापसी पर संकट के बादल

ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला Axiom‑4 मिशन के तहत लगभग 12–14 दिन तक अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर रह चुके हैं। अब उनका वापसी अभियान देश की उम्मीदों के अनुसार 10–14 जुलाई के बीच संभावित था, लेकिन उसे तकनीकी और मौसम संबंधी वजहों से आगे बढ़ा दिया गया है। यूरोपियाई अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) ने स्पष्ट किया है कि खराब मौसम—विशेषकर फ्लोरिडा तट पर तेज हवाओं और तूफानी हालात—के कारण ड्रैगन कैप्सूल का अनडॉकिंग और स्प्लैशडाउन सुरक्षित समय पर संभव नहीं होगा, जिससे 3–4 दिन की देरी हो सकती है।

यह भी पढ़ें: दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के तेज झटके: रिक्टर स्केल पर 4.4 की तीव्रता दर्ज

साथ ही, ISS के रूसी module में हाल ही में दबाव रिसाव की जांच चल रही है और तकनीकी तैयारियों को पूरा करना भी आवश्यक है, ताकि पुनः‑प्रवेश और पानी में उतरना पूरी तरह सुरक्षित हो। 
अधिकतर मीडिया रिपोर्ट्स यह भी बता रही हैं कि शुभांशु और उनकी टीम अब 14 जुलाई से पहले धरती पर वापसी की उम्मीद नहीं कर सकते।

  1. फ्लोरिडा तट पर खराब मौसम

ड्रैगन कैप्सूल ‘ग्रेस’ को अटलांटिक महासागर या मैक्सिको की खाड़ी में फेंकना पड़ता है। यदि उस क्षेत्र में तेज़ हवाएँ, बारिश या तूफानी हालात हो, तो सुरक्षित स्प्लैशडाउन संभव नहीं होगा। ऐसे मौसमी व्यवधानों की आशंका के चलते वापसी को 14 जुलाई से पहले करना जोखिम भरा माना जा रहा है। 

Image

  1. ISS में प्रेशर लीक की तकनीकी जांच

रूसी “ज़व्ज़ेदा” मॉड्यूल में हालिया मरम्मत के बाद एक नया प्रेशर लीक पाया गया है। नासा और रोस्कोस्मोस इसे पूरी तरह सुनिश्चित करने में लगे हैं, जिससे अनडॉकिंग और रिएंट्री की योजना प्रभावित हो सकती है। 

इस देरी के कारण सुरक्षित उतराव और मौसम‑संबंधी जोखिमों की वजह से उनकी प्रतिक्षा अब कुछ और दिन लंबी हो गई है।

EN