बिहार की राजधानी पटना में आपराधिक घटनाएं एक बार फिर बढ़ने लगी हैं। शुक्रवार (4 जुलाई) देर रात, गांधी मैदान थाना इलाके में अपराधियों ने जाने-माने उद्योगपति गोपाल खेमका की गोली मारकर हत्या कर दी। खेमका पटना के बड़े व्यापारियों में शुमार थे और मगध अस्पताल के मालिक भी थे। इस घटना ने शहर में सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
यह वारदात तब हुई जब गोपाल खेमका अपनी गाड़ी से गांधी मैदान राम गुलाम चौक स्थित घर के पास उतर रहे थे। अज्ञात हमलावरों ने उन पर गोली चला दी और फरार हो गए। बता दें कि लगभग छह साल पहले, गोपाल खेमका के बेटे गुंजन खेमका की भी वैशाली के औद्योगिक थाना इलाके में अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
घटना की सूचना मिलते ही, गांधी मैदान थाने की पुलिस के साथ कई आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले की जांच में जुट गए। पटना सेंट्रल एसपी दीक्षा ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें रात 11 बजकर 40 मिनट के आसपास सूचना मिली थी कि एक मशहूर बिजनेसमैन की गोली लगने से मौत हो गई है। पुलिस ने घटनास्थल से एक गोली और एक खोखा बरामद किया है, और फॉरेंसिक साइंस लैब (FSL) टीम को भी बुलाया गया है। अपराधियों की तलाश में सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
हालांकि, घटना के बाद पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठने लगे हैं। घटनास्थल पर पुलिस के डेढ़ घंटे बाद पहुंचने के आरोपों पर एसपी ने सफाई देते हुए कहा कि सूचना मिलते ही पुलिस पहले अस्पताल पहुंची थी, और वहां से जानकारी मिलने के बाद घटनास्थल पर पहुंची। एसपी ने आशंका जताई कि अपराधी बाइक पर आए थे। हत्या के पीछे का मकसद अभी स्पष्ट नहीं है, और अपराधी फिलहाल फरार हैं। देर रात जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष और सांसद पप्पू यादव भी घटनास्थल पर पहुंचे।∎