दिलीप कुमार, जिन्हें ट्रैजेडी किंग के नाम से जाना जाता है, भारतीय सिनेमा के सबसे महान और प्रतिष्ठित अभिनेता माने जाते हैं। उनका असली नाम मोहम्मद यूसुफ खान था, लेकिन फिल्मी दुनिया में उन्होंने 'दिलीप कुमार' नाम से पहचान बनाई। उनके अभिनय में गहराई, संवेदना और सच्चाई की जो झलक मिलती थी, उसने उन्हें सदियों तक यादगार बना दिया।
जन्म | 11 दिसम्बर 1922 (पेशावर, ब्रिटिश) |
मृत्यु | 7 जुलाई 2021 (हिंदूजा हॉस्पिटल मुंबई, महाराष्ट्र) |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
पेशा | अभिनेता |
कार्यकाल | 1944–1999 |
जीवनसाथी | सायरा बानो (वि॰ 1966–2021) (मृत्यु तक) असमा रहमान (वि॰ 1981; वि॰वि॰ 1983) |
माता-पिता |
पिता:- लाला गुलाम सरवर मां:- आयशा |
पुरस्कार |
सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार (सर्वोत्तम 8 बार) दादासाहेब फाल्के पुरस्कार (1994) |
दिलीप कुमार का जन्म 11 दिसंबर 1922 को पेशावर (अब पाकिस्तान में) में हुआ था। उनका परिवार 1930 के दशक में भारत के मुंबई (तब बॉम्बे) शहर में आ गया। उन्होंने पढ़ाई नासिक में की और अपने परिवार का व्यापार संभालने में भी हाथ बँटाया।
दिलीप कुमार ने अपने करियर की शुरुआत 1944 में फिल्म 'ज्वार भाटा' से की थी, जिसे बॉम्बे टॉकीज़ ने प्रोड्यूस किया था। हालांकि यह फिल्म सफल नहीं रही, लेकिन इसके बाद उन्होंने कई हिट फिल्में दीं और बहुत जल्द ही हिंदी सिनेमा के सुपरस्टा11 दिसम्बर 1922 (पेशावर, ब्रिटिश)र बन गए।
दिलीप कुमार की कुछ प्रसिद्ध फिल्में हैं:
दिलीप कुमार को भारतीय सिनेमा में यथार्थवादी अभिनय का पायनियर माना जाता है। उन्होंने ट्रैजेडी, रोमांस, कॉमेडी और सामाजिक फिल्मों में अपनी अमिट छाप छोड़ी। उनकी संवाद अदायगी, भाव-प्रदर्शन और आंखों के ज़रिए अभिनय करने की कला को आज भी अभिनय की पाठशालाओं में पढ़ाया जाता है।
पाकिस्तान सरकार द्वारा भी उन्हें निशान-ए-इम्तियाज़ से नवाज़ा गया
दिलीप कुमार ने 1980 में अभिनेत्री सायरा बानो से विवाह किया। उनकी जोड़ी बॉलीवुड की सबसे आदर्श जोड़ियों में से एक मानी जाती है। वे दोनों जीवन भर साथ रहे।
7 जुलाई 2021 को दिलीप कुमार का मुंबई में निधन हो गया। वे 98 वर्ष के थे। उनके निधन से भारतीय सिनेमा ने एक युग को खो दिया।
दिलीप कुमार केवल अभिनेता नहीं थे, बल्कि अभिनय की एक जीवंत पाठशाला थे। उन्होंने भारतीय फिल्मों को एक नया आयाम दिया और अभिनय की गुणवत्ता को नई ऊंचाइयों तक पहुँचाया। वे आज भी युवाओं के लिए प्रेरणा हैं और हमेशा रहेंगे।