भारत के कई राज्यों में इस समय एसआईआर की लहर चल रही है, ये प्रक्रिया अभी SIR 2.0 के तहत 12 राज्यों में हो रही है इन 12 राज्यों के नाम इस प्रकार हैं, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, केरल, तमिलनाडु, गुजरात, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, गोवा, पुडुचेरी, अंडमान और निकोबार, एवं लक्षद्वीप। पश्चिम बंगाल में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (एसआईआर) के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र से करीब 45 हज़ार वोटरों के नाम कट गए हैं।
ममता ने इस पर चिंता जताई और बूथ लेवल एजेंटों के घर-घर जाके इन वॉटर्स की पुष्टि करने को कहा है।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र में कुल 2 लाख छह हजार 295 वोटर थे। लेकिन ड्राफ्ट सूची में महज 1 लाख 61 हजार 509 लोगों के नाम हैं। यानी 44 हजार 786 लोगों के नाम इसमें नहीं हैं।
जिस बूथ में ममता बेनर्जी और अभिषेक बेनर्जी वोट डालते हैं, बूथ संख्या 260 में पहले वॉटर्स की सांख्य 270 थी, जो SIR प्रक्रिया के बाद ड्राफ्ट सूची में 127 रह गई है।
संबंधित मामले को लेकर ही मंगलवार को राज्य सचिवालय से लौटने के बाद ममता ने बीएलए के साथ बैठक की। इसमें पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुब्रत बख्शी, कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
बीबीसी हिन्दी के की रिपोर्ट के मुताबिक, "विधानसभा क्षेत्र के अल्पसंख्यक बहुल 77 नंबर वार्ड में सबसे ज्यादा नाम कटे हैं। पार्टी के बीएलए और नेताओं से इस वार्ड पर खास ध्यान देने को कहा गया है।"
ममता बनर्जी ने बैठक में दावा किया कि 'उनके मतदान केंद्र में कुछ लोगों को मृत बताते हुए उनके नाम काट दिए गए हैं। ममता ने इस पर नाराजगी जताते हुए ऐसे वोटरों के तथ्य जुटाने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने सवाल किया कि आखिर जीवित वोटरों को मृत बता कर उनके नाम सूची से कैसे हटाए जा सकते हैं?'
ममता बनर्जी ने इस दौरान वोटरों की मदद के लिए तृणमूल कांग्रेस की ओर से हर मोहल्ले में 'मे आई हेल्प यू शिविर' जारी रखने का निर्देश दिया है।
संसद के शीतकालीन सत्र में हिस्सा लेने पहुंचे टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने पत्रकारों से कहा, "एक काउंसलर को मृतक बता दिया। यही है इलेक्शन कमीशन, उसने पूरी प्रक्रिया को मज़ाक बना दिया है। क्या एक भी घुसपैठिया मिला?"
VIDEO | Parliament Winter Session: TMC MP Kalyan Banerjee on Election Commission's SIR draft rolls striking off over 58 lakh names in West Bengal, says, "Election Commission is making the entire thing into a mockery. You tell me... the list was released yesterday... did they find… pic.twitter.com/s5Xo9YR8s0
— Press Trust of India (@PTI_News) December 17, 2025
ग़ौरतलब है कि मंगलवार को पश्चिम बंगाल में ड्राफ़्ट वोटर लिस्ट जारी की गई थी जिसमें 58 लाख वोटरों के नाम हटा दिए गए हैं।∎