सुनिल दत्त भारतीय सिनेमा के एक महान अभिनेता, निर्माता, निर्देशक और राजनीतिज्ञ थे। उनका असली नाम बलराज दत्त था। उन्होंने भारतीय फिल्म उद्योग में न सिर्फ अपनी अदाकारी से बल्कि अपने सामाजिक कार्यों और राजनीतिक जीवन से भी अमिट छाप छोड़ी। वे न सिर्फ एक सफल अभिनेता थे, बल्कि एक संवेदनशील और सहृदय व्यक्ति भी थे।
सुनिल दत्त का जन्म 6 जून 1929 को झेलम जिले (अब पाकिस्तान में) में हुआ था। भारत-पाकिस्तान विभाजन के बाद उनका परिवार मुंबई आ गया। उन्होंने मुंबई के जय हिन्द कॉलेज से पढ़ाई की और उसी दौरान उनका झुकाव थिएटर और रेडियो की ओर हुआ।
सुनिल दत्त ने अपने करियर की शुरुआत 1955 में फिल्म रेलवे प्लेटफॉर्म से की थी। लेकिन उन्हें प्रसिद्धि मिली फिल्म मदर इंडिया (1957) से, जिसमें उन्होंने नरगिस के बेटे का किरदार निभाया। यह फिल्म ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण रही और ऑस्कर के लिए नामित भी हुई। यहीं से उनकी और नरगिस की प्रेम कहानी शुरू हुई, जो बाद में विवाह में परिणत हुई।
उनकी कुछ प्रसिद्ध फिल्में इस प्रकार हैं:
1984 में सुनिल दत्त ने राजनीति में प्रवेश किया और कांग्रेस पार्टी से सांसद बने। वे पांच बार मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट से चुने गए। 2004 में उन्हें युवा मामलों और खेल मंत्रालय का कार्यभार सौंपा गया। वे अपने सामाजिक कार्यों के लिए भी जाने जाते हैं, जैसे शांति यात्रा, जिसे उन्होंने पंजाब में आतंकवाद के दौरान शांति का संदेश देने के लिए पैदल तय किया।
सुनिल दत्त ने 1958 में अभिनेत्री नरगिस से विवाह किया। उनके तीन बच्चे हुए – संजय दत्त, प्रिया दत्त और नम्रता दत्त। उन्होंने अपने बेटे संजय दत्त के करियर और जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, विशेषकर तब जब संजय दत्त कानूनी विवादों में फंसे।
सुनिल दत्त का निधन 25 मई 2005 को मुंबई में हुआ। उनके निधन से फिल्म और राजनीतिक जगत दोनों में शोक की लहर दौड़ गई।
सुनिल दत्त एक ऐसे व्यक्तित्व थे जिन्होंने अभिनय, निर्देशन, समाज सेवा और राजनीति – हर क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बनाई। वे सच्चे अर्थों में एक आदर्श नागरिक, समर्पित पिता, और महान अभिनेता थे। आज भी उन्हें उनके योगदान के लिए याद किया जाता है।