अमेरिका भारत समेत दुनिया के कई देशों पर दबाव बना रहा है कि वे अमेरिका में निवेश करें, या ज्यादा से ज्यादा इम्पोर्ट अमेरिका से करवाए, आप बता दें की एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका की हालत बहुत खस्ता है, लगभग पिछले 15 साल से वहाँ की लगभग 655 कंपनियां दिवालीया घोषित हो चुकी हैं। बता दें कि केवल पिछले वर्ष को छोड़ कर पिछले क15 वर्षों में ये सबसे बड़े आँकड़े हैं। पिछले साल अमेरिका में कुल 687 बड़ी कंपनियां दिवालिया हुई थीं। माना जा रहा है कि साल खत्म होते-होते यह आंकड़ा 800 के करीब पहुंच सकता है।
आपको बता दें कि अमेरिका में अगस्त में 76, सितंबर में 66 और अक्तूबर में 68 कंपनियां दिवालिया हुई। 2022 से देश में दिवालिया होने वाली कंपनियों की संख्या में 100 फीसदी बढ़ोतरी हुई है। इस साल दिवालिया होने वाली सबसे ज्यादा 98 कंपनियां इंस्ट्रियल सेक्टर की हैं। उसके बाद कंज्यूमर डिस्क्रशनरी (80) और हेल्थकेयर (45) का नंबर है। अमेरिका में दिवालिया होने वाली कंपनियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इससे पता चलता है कि दुनिया की सबसे बड़ी इकॉनमी वाले देश में सबकुछ ठीक नहीं है।
साल 2010 की बात करें तो अमेरिका में 828 बड़ी कंपनियां बंद हुई थीं। साल 2011 में यह संख्या 634, 2012 में 586, 2013 में 558 और 2014 में 471 रह गई। इसके बाद साल 2015 में 524 कंपनियां दिवालिया हुईं। अगले साल यानी 2016 में यह संख्या 576 पहुंच गई। साल 2017 में 520, साल 2018 में 518, साल 2019 में 589, साल 2020 में 639, साल 2021 में 405, साल 2022 में 372 और साल 2023 में 634 बड़ी कंपनियां दिवालिया हुई थीं।∎
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