कुछ साल पहले हुई महामारी कोविड-19 के बाद अमेरिका में प्रतिवर्ष वैक्सीन लेने की सलाह व सकताई दिखाई गई, लेकिन अब बीते कुछ दिनों से इस पर लगातार बातें हो रही हैं कि क्या अभी भी उतनी सख्ताई दिखाना अनिवार्य है या सभी वयस्कों के लिए इसकी अनिवार्यता हटा देनी चाहिए।
अमेरिका की एक अहम वैक्सीन एडवाइज़री कमेटी ने सभी वयस्कों को कोविड-19 वैक्सीन लेने की सिफ़ारिश नहीं करने को लेकर वोट किया है।
यह वैक्सीन महामारी के बाद से अब तक ज़्यादातर लोगों के लिए सालाना तौर पर लेने के लिए आधिकारिक रूप से मंज़ूर थी। एडवाइज़री कमेटी ऑन इम्युनाइज़ेशन प्रैक्टिसेज़ (एसीआईपी) ने भी कोविड वैक्सीन की सलाह देने के ख़िलाफ़ मामूली अंतर से वोट किया।
दो दिन की बैठकों में एसीआईपी ने कई अन्य बीमारियों जैसे खसरा, मम्प्स, रूबेला और चिकनपॉक्स (एमएमआरपी) के संयुक्त टीके पर अपनी सिफ़ारिशें बदलीं और हेपेटाइटिस बी वैक्सीन पर मतदान को टाल दिया।
अमेरिकी स्वास्थ्य मंत्री रॉबर्ट एफ़ केनेडी जूनियर ने जून में कमेटी के सभी 17 सदस्यों को बर्ख़ास्त कर उनकी जगह पर नए लोगों को नियुक्त किया था। इस फ़ैसले से स्वास्थ्य कर्मचारियों के बीच नाराज़गी फैल गई। रॉबर्ट एफ़ केनेडी जूनियर को वैक्सीन को लेकर संदेह है।
पैनल ने शुक्रवार को कोविड-19 वैक्सीन पर चर्चा की। पिछले कई सालों से फ़्लू वैक्सीन की तरह ही इसकी भी नियमित तौर पर सिफ़ारिश की जाती रही है।
एसीआईपी ने अब वैक्सीन की व्यापक सिफ़ारिश को समाप्त करने के लिए मतदान किया है। 65 साल से ऊपर के लोगों के लिए भी यह सिफ़ारिश की गई है। हालांकि, पैनल ने कहा है कि लोग अपने डॉक्टर से सलाह लेकर वैक्सीन पर ख़ुद फ़ैसला कर सकते हैं।
इससे पहले मई में स्वस्थ गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए कोविड-19 वैक्सीन की सिफ़ारिश पहले ही बंद कर दी गई थी।