यह लोग बांग्लादेश के मयमनसिंह में दीपू चंद्र दास नाम के एक युवक की सामूहिक पिटाई और उनकी मौत का विरोध कर रहे थे। प्रदर्शन के दौरान पुलिस वालों के साथ उनकी धक्का-मुक्की हुई। भीड़ पर काबू पाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि फ़िलहाल स्थिति नियंत्रण में है। मौके पर भारी तादाद में पुलिस वालों को तैनात किया गया है। विश्व हिंदू परिषद के एक प्रवक्ता ने दावा किया कि लाठीचार्ज की वजह से कई लोग घायल हो गए हैं। उनका कहना था कि पुलिस ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर लाठीचार्ज किया।
इन संगठनों के कार्यकर्ता जुलूस की शक्ल में कोलकाता के बेकबागान इलाके में स्थित उप उच्चायोग के दफ़्तर की ओर बढ़ रहे थे, लेकिन पुलिस ने उससे पहले ही उनको रोक दिया। उसके बाद प्रदर्शकारी पुलिस वालों से भी भिड़ गए। बाद में भीड़ पर काबू पाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इसके अलावा दर्ज़नों लोगों को हिरासत में भी ले लिया गया है।
इन संगठनों का कहना था कि वो ज्ञापन देने के लिए वहां जा रहे थे।
पुलिस के साथ भिड़ंत के कारण इलाके में तनाव बढ़ने के बाद बीजेपी के कई नेता भी मौके पर पहुंचे। उत्तर कोलकाता ज़िला बीजेपी प्रमुख तमोघ्न घोष ने मौके पर पत्रकारों से कहा, "हम पुलिस के लाठीचार्ज के विरोध और हिंदू संगठनों के समर्थन में यहां आए हैं।"
प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच भिड़ंत के कारण पार्क सर्कस इलाके में काफ़ी देर तक ट्रैफ़िक जाम की स्थिति रही।
छात्र नेता उस्मान हादी की दुखद मृत्यु के बाद बांग्लादेश में छात्रों के जनाक्रोश की चपेट में कई मीडिया दफ्तर आए हैं, कई जगह आगजनी हुई है, बताया जा रहा है कि इस पूरे हादसे में प्रदर्शनकारियों ने राजधानी ढाका और राजशाही सहित कई शहरों में प्रमुख समाचार पत्रों, विशेष रूप से 'प्रथम आलो' (Prothom Alo) और 'द डेली स्टार' (The Daily Star) के कार्यालयों को निशाना बनाया है।
विश्व हिंदू परिषद, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और हिंदू जागरण मंच समेत संघ से जुड़े कई संगठनों के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को कोलकाता स्थित बांग्लादेश के उप उच्चायोग दफ़्तर के सामने विरोध प्रदर्शन किया।
बांग्लादेश के भीतर पत्रकारों और मीडिया संस्थानों पर हो रहे ये हमले वहाँ बढ़ती अनियंत्रित भीड़ और सुरक्षा व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति को दर्शाते हैं। लेकिन इस आंतरिक हिंसा की तपिश अब सीमाओं के पार भारत तक भी पहुँच गई है। जहाँ एक ओर बांग्लादेश में अभिव्यक्ति की आज़ादी और पत्रकारों की जान खतरे में है, वहीं दूसरी ओर अल्पसंख्यकों पर बढ़ते हमलों के कारण भारत के सीमावर्ती इलाकों में जनाक्रोश फूट पड़ा है। इसी बढ़ते तनाव और सुरक्षा चिंताओं के कारण अब दोनों देशों के बीच कूटनीतिक गतिविधियों पर भी असर पड़ा है, जिसके चलते भारत में बांग्लादेशी वीज़ा केंद्रों को बंद करना पड़ा है।
मीडिया रिपोर्ट्स मुताबिक, छात्र नेता उस्मान हादी पर शुक्रवार, 12 दिसंबर 2025 को ढाका के पुरानी पलटन (Bijoynagar) इलाके में हमला किया गया था बताया गया है कि वह एक बैटरी चालित रिक्शा में सवार होकर चुनाव प्रचार के लिए जा रहे थे। इसी दौरान मोटरसाइकिल पर आए नकाबपोश हमलावरों ने उनके सिर में पीछे से गोली मार दी। इस हादसे में गोली उनके बाएं कान के ऊपर से घुसकर सिर के दूसरी ओर से निकल गई थी, जिससे उनके ब्रेन स्टेम (Brain Stem) को गंभीर नुकसान पहुँचा।∎