राष्ट्रीय जनता दल (RJD) से निष्कासित चल रहे लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने नई पार्टी बनाने को लेकर चल रही अटकलों पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने सीधे तौर पर नई पार्टी बनाने की बात से इनकार किया है, हालांकि उनके हालिया कदम सियासी गलियारों में लगातार चर्चा का विषय बने हुए हैं।
मीडिया से बातचीत के दौरान जब तेज प्रताप यादव से पूछा गया कि क्या वह कोई नई पार्टी बनाने जा रहे हैं, तो उन्होंने स्पष्ट लहजे में कहा, "जब पहले से पार्टी है तो अलग पार्टी क्यों बनाना है?" उनके इस बयान को RJD के साथ अपने भविष्य के संबंधों को लेकर एक संकेत के तौर पर देखा जा रहा है।
हालांकि, नई पार्टी बनाने से इनकार करने के बावजूद, तेज प्रताप के तेवर बगावती ही नज़र आ रहे हैं। हाल ही में, उनकी गाड़ी से RJD का पारंपरिक झंडा गायब दिखा और उसकी जगह टीम तेज प्रताप यादव का नया झंडा लगा हुआ था। उन्होंने यह भी दोहराया है कि अगर "जनता मांगेगी तो मुझे चुनाव लड़ना ही होगा।" उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव में दो सीटों से अपनी किस्मत आज़माने के संकेत भी दिए हैं, जिसमें उनकी पुरानी महुआ सीट भी शामिल है, जिससे RJD के मौजूदा विधायक के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं।
गौरतलब है कि लालू यादव ने तेज प्रताप यादव को RJD से 5-6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है, जिसके बाद से दोनों भाइयों, तेज प्रताप और तेजस्वी यादव के बीच की दरार और खुलकर सामने आ गई है। तेज प्रताप लगातार जनता के बीच अपनी पहचान बनाने और अपने दम पर चुनाव लड़ने की बात कर रहे हैं।
तेज प्रताप के इस बयान और उनके बदले हुए अंदाज़ ने बिहार की राजनीति में एक नई हलचल पैदा कर दी है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आगामी बिहार विधानसभा चुनावों में उनका अगला कदम क्या होता है।∎