बाढ़ से निपटने के लिए पाकिस्तान के पंजाब में सेना की तैनाती की मांग

August 27, 2025
लाहौर, पाकिस्तान , बाढ़ लाहौर (प्रांतीय राजधानी) कसूर सियालकोट फैसलाबाद नारोवाल ओकारा पंजाब प्रांत 
Lahore, Pakistan, Barh Lahore (provincial capital) Kasur Sialkot Faisalabad Narowal Okara Punjab Province

छह जिलों में गंभीर बाढ़ की स्थिति, मुख्यमंत्री के निर्देश पर केंद्र से मांगी सैन्य सहायता

लाहौर, पाकिस्तान - पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में बाढ़ की गंभीर स्थिति को देखते हुए प्रांतीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से तत्काल सेना की तैनाती की मांग की है। राज्य के छह प्रमुख जिलों में बाढ़ के कारण उत्पन्न आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए यह कदम उठाया गया है।

प्रभावित जिले

सेना की तैनाती की मांग करने वाले छह जिलों में शामिल हैं:

  • लाहौर (प्रांतीय राजधानी)
  • कसूर
  • सियालकोट
  • फैसलाबाद
  • नारोवाल
  • ओकारा

मुख्यमंत्री के निर्देश

पंजाब गृह मंत्रालय के प्रवक्ता द्वारा जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री मरियम नवाज के सीधे निर्देश पर जिला प्रशासन की सहायता के लिए सेना को बुलाने का निर्णय लिया गया है।

"जिला प्रशासन की क्षमताओं को बढ़ाने और बाढ़ राहत कार्यों में तेजी लाने के लिए सैन्य सहायता अत्यंत आवश्यक है," प्रवक्ता ने कहा।

राहत कार्यों में शामिल एजेंसियां

वर्तमान में निम्नलिखित एजेंसियां पहले से ही राहत कार्यों में जुटी हुई हैं:

  • जिला प्रशासन
  • प्रांतीय आपदा प्रबंधन एजेंसी (PDMA)
  • रेस्क्यू 1122
  • सिविल डिफेंस विभाग
  • स्थानीय पुलिस

सैन्य सहायता की योजना

बयान के अनुसार, प्रत्येक जिले में तैनात की जाने वाली सेना की संख्या संबंधित जिला प्रशासन से विचार-विमर्श के बाद तय की जाएगी। आवश्यकता के अनुसार निम्नलिखित सहायता प्रदान की जाएगी:

  • हवाई सहायता - हेलीकॉप्टर द्वारा राहत सामग्री पहुंचाना और बचाव कार्य
  • अतिरिक्त संसाधन - बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आपातकालीन सेवाएं
  • तकनीकी सहायता - विशेष उपकरण और विशेषज्ञता

सरकारी प्रतिक्रिया

पंजाब सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सभी संबंधित एजेंसियां लगातार स्थिति की निगरानी कर रही हैं। "लोगों की जान और संपत्ति की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हमने समय पर और प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं," उन्होंने कहा।

आगे की रणनीति

अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि बाढ़ की गतिशील प्रकृति को देखते हुए राहत कार्यों में निरंतर समायोजन की आवश्यकता हो सकती है। स्थिति की गंभीरता के आधार पर अतिरिक्त संसाधन और जनशक्ति की तैनाती भी की जा सकती है।

पाकिस्तान में मानसूनी बारिश के कारण नियमित रूप से बाढ़ की समस्या देखी जाती है, लेकिन इस बार की स्थिति विशेष रूप से चिंताजनक बताई जा रही है।∎

EN