मॉस्को: रूस ने यूक्रेन को पश्चिमी देशों द्वारा दी गई सुरक्षा गारंटी को सिरे से खारिज कर दिया है। रूस के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि यह कदम यूरोपीय महाद्वीप के लिए खतरे की गारंटी है और मॉस्को के लिए यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है।
रूस की यह प्रतिक्रिया यूरोपीय देशों द्वारा यूक्रेन को भविष्य में सुरक्षा देने के लिए एक नई सिक्योरिटी फोर्स बनाने की घोषणा के बाद आई है। इस फोर्स में फ्रांस, ब्रिटेन, इटली और जर्मनी जैसे 26 यूरोपीय देश शामिल हैं। इन देशों का लक्ष्य युद्धविराम या शांति की स्थिति में यूक्रेन की सेना को मजबूत करना और उसे भविष्य में किसी भी हमले से सुरक्षा देना है।
रूस ने स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दी है कि यूक्रेन में किसी भी तरह के विदेशी सैनिकों की तैनाती को उकसावे की कार्रवाई माना जाएगा और इसका कड़ा जवाब दिया जाएगा।
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने यूरोपीय देशों के इस समर्थन का स्वागत किया है और इसे यूक्रेन की जीत बताया है। हालाँकि, इन सुरक्षा बलों को युद्ध के मोर्चे से दूर, केवल मददगार की भूमिका में तैनात किया जाएगा।
यह घटनाक्रम दोनों पक्षों के बीच तनाव को और बढ़ा सकता है, क्योंकि यूक्रेन और उसके पश्चिमी समर्थक अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने पर जोर दे रहे हैं, जबकि रूस इसे अपनी सुरक्षा के लिए सीधा खतरा मान रहा है।