थाकसिन शिनावात्रा को एक साल की जेल: 'अस्पताल में सज़ा' को सुप्रीम कोर्ट ने बताया ग़ैरक़ानूनी

September 09, 2025
थाकसिन शिनावात्रा को एक साल की जेल

बैंकॉक: थाईलैंड की सुप्रीम कोर्ट ने  पूर्व प्रधानमंत्री थाकसिन शिनावात्रा को एक साल की जेल की सजा सुनाई है। यह फैसला थाईलैंड के सबसे प्रभावशाली राजनीतिक परिवारों में से एक के लिए एक और बड़ा झटका है। अदालत ने फैसला सुनते हुए कहा कि थाकसिन ने अपनी पिछली सजा का एक हिस्सा 'ग़ैरक़ानूनी तरीके से अस्पताल में काटा था', और अब उन्हें यह सजा जेल में पूरी करनी होगी।

क्या पूरा मामला?

यह मामला थाकसिन से जुड़े एक पुराने भ्रस्टाचार केस से संबंधित है 2006 में सैन्य तख्तापलट के बाड़ थाकसिन दुबई में निर्वासन में चले गए थे। पिछले साल यानी 2023 में जब देश लौटे तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। और 8 साल की जेल की सज़ा सुनाई गई। लेकिन, उनकी आपीन पर उन्हें राजशाही से माफी मिल गई और उनकी सजा कम करके 1 साल कर दी गई थी।

लेकिन सजा सुनने के बाद थाकसिन एक दिन भी जेल में नहीं रहे और जल्द ही मेडिकल कारणों से उन्हीं अस्पताल में भर्ती कर दिया गया, जहां वह करीब छह महीने तक रहे उसके बाद परोल पर रिहा हो गए।

शिनावात्रा परिवार के लिए दूसरा झटका

थाकसिन और उनका परिवार 2001 में उनके पहली बार प्रधानमंत्री होने बाद से थाईलैंड की राजनीति में बहुत प्रभावशाली रहा है। यह फैसला ऐसे समय में आया है जब हाल ही में उनकी बेटी पेटोंगटार्न शिनावात्रा  को भी कोर्ट के आदेश पर प्रधानमंत्री के पद को छोड़ना पड़ा था। यह फैसला अदालत ने कंबोडिया के पूर्व प्रधानमंत्री हूँ सेन से जुड़े एक लीक फोन कॉल मामले में नैतिक मानदंडों का उल्लंघन करकने के आरोप में सुनाया था।∎

EN