नई दिल्ली: राष्ट्रीय प्राणी उद्यान (दिल्ली चिड़ियाघर) को बर्ड फ्लू (H5N1 एवियन इन्फ्लूएंजा) के प्रकोप के कारण अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है। चिड़ियाघर प्रशासन ने जन स्वास्थ्य और सुरक्षा को देखते हुए यह कदम उठाया है। यह फैसला तब लिया गया जब कुछ मृत पक्षियों के नमूनों में बर्ड फ्लू वायरस की पुष्टि हुई।
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मुख्य बातें:
बर्ड फ्लू की पुष्टि: चिड़ियाघर में कई पक्षियों, जिनमें पेंटेड स्टॉर्क और ब्लैक-हेडेड आइबिस शामिल हैं, की मौत हुई है। जांच में उनके नमूनों में H5N1 वायरस पाया गया।
निगरानी और सुरक्षा उपाय: संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए चिड़ियाघर में गहन निगरानी और सख्त जैव सुरक्षा प्रोटोकॉल लागू किए गए हैं। कर्मचारियों को सुरक्षात्मक गियर दिए गए हैं और पूरे परिसर की दिन में दो बार सफाई और कीटाणुशोधन किया जा रहा है।
टाइगर शावकों की मौत: बर्ड फ्लू के अलावा, अगस्त में रॉयल बंगाल बाघिन अदिति के छह शावकों में से पांच की मौत हो चुकी है। शावकों की मौत की वजह संक्रमण और कमजोरी मानी जा रही है। उनके नमूनों को आगे की जांच के लिए भेजा गया है।
मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी: हाल की घटनाओं ने चिड़ियाघर में चिकित्सा बुनियादी ढांचे और स्टाफ की कमी को उजागर किया है। विशेषज्ञों का मानना है कि आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं की कमी भी इन मौतों का एक कारण हो सकती है।
जब तक चिड़ियाघर पूरी तरह से वायरस-मुक्त घोषित नहीं हो जाता और लगातार तीन बार नमूनों की रिपोर्ट नकारात्मक नहीं आ जाती, तब तक इसे फिर से नहीं खोला जाएगा।∎