ईशांत शर्मा – भारतीय क्रिकेट टीम के तेज़ गेंदबाज़

September 01, 2025
ishant sharma

भारतीय क्रिकेट टीम के लंबे और तेज़ गेंदबाज़ ईशांत शर्मा का नाम उन चुनिंदा खिलाड़ियों में लिया जाता है, जिन्होंने देश के लिए लंबे समय तक निरंतर प्रदर्शन किया है। दिल्ली में जन्मे ईशांत शर्मा अपनी लंबी कद-काठी और धारदार गेंदबाज़ी के लिए जाने जाते हैं।

प्रारंभिक जीवन

ईशांत शर्मा का जन्म 2 सितंबर 1988 को दिल्ली में हुआ था। बचपन से ही उन्हें क्रिकेट का शौक था और उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा के साथ-साथ क्रिकेट की ट्रेनिंग भी जारी रखी। उनकी ऊँचाई लगभग 6 फुट 4 इंच है, जिसकी वजह से उन्हें अतिरिक्त उछाल और स्विंग मिलती है।

क्रिकेट करियर की शुरुआत

ईशांत ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू 2007 में किया। उन्होंने अपना पहला टेस्ट मैच बांग्लादेश के खिलाफ खेला और जल्द ही अपनी तेज़ गेंदबाज़ी से सबका ध्यान आकर्षित किया। उनके करियर का सबसे यादगार पल 2008 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर आया, जब उन्होंने रिकी पोंटिंग जैसे दिग्गज बल्लेबाज़ को बार-बार परेशान किया। उस स्पेल ने उन्हें रातों-रात स्टार बना दिया।

टेस्ट क्रिकेट में योगदान

ईशांत शर्मा भारतीय टेस्ट टीम के सबसे भरोसेमंद तेज़ गेंदबाज़ों में से एक रहे हैं। वे 100 से अधिक टेस्ट मैच खेलने वाले भारत के कुछ गिने-चुने तेज़ गेंदबाज़ों में शामिल हैं। उनके नाम 300 से अधिक टेस्ट विकेट दर्ज हैं। ईशांत की खासियत नई और पुरानी दोनों गेंद से स्विंग और गति निकालना रही है।

वनडे और टी20 करियर

हालाँकि टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने शानदार सफलता हासिल की, लेकिन वनडे और टी20 प्रारूप में उनका प्रदर्शन उतना प्रभावशाली नहीं रहा। इसके बावजूद, उन्होंने भारतीय टीम को कई महत्वपूर्ण मौकों पर सफलता दिलाई।

आईपीएल करियर

ईशांत शर्मा ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में भी कई टीमों का प्रतिनिधित्व किया है। वे कोलकाता नाइट राइडर्स, डेक्कन चार्जर्स, सनराइजर्स हैदराबाद, किंग्स इलेवन पंजाब और दिल्ली कैपिटल्स जैसी टीमों का हिस्सा रह चुके हैं। आईपीएल में उनका अनुभव युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा रहा है।

उपलब्धियाँ

  • 300 से अधिक टेस्ट विकेट लेने वाले भारत के तेज़ गेंदबाज़।
  • ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसे देशों में ऐतिहासिक जीत में महत्वपूर्ण भूमिका।
  • लगभग 15 वर्षों तक भारतीय टीम के लिए निरंतर प्रदर्शन।

ईशांत शर्मा भारतीय क्रिकेट इतिहास में उन खिलाड़ियों में गिने जाते हैं जिन्होंने अपनी मेहनत और समर्पण से देश का नाम रोशन किया। उन्होंने यह साबित किया कि यदि जुनून और लगन हो, तो कोई भी खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लंबे समय तक अपनी पहचान बना सकता है। वे भारतीय तेज़ गेंदबाज़ी आक्रमण का अहम हिस्सा रहे हैं और आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बने रहेंगे।

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