हमारी किडनी (गुर्दे) शरीर के फिल्टर की तरह काम करती हैं। ये खून को साफ करती हैं, विषैले तत्व बाहर निकालती हैं, और शरीर में पानी व इलेक्ट्रोलाइट का संतुलन बनाए रखती हैं। लेकिन कुछ गलत खान-पान की आदतें धीरे-धीरे किडनी को नुकसान पहुँचा सकती हैं। आइए जानते हैं ऐसे 7 खाद्य पदार्थों के बारे में जो आपकी किडनी के लिए हानिकारक हैं, और साथ ही उनके बेहतर विकल्प भी:
1. ज्यादा नमक वाला भोजन (अत्यधिक सोडियम)
हानि: ज्यादा नमक से हाई ब्लड प्रेशर बढ़ता है, जो किडनी की क्षति का मुख्य कारण है।
बेहतर विकल्प: स्वाद के लिए नींबू का रस, हर्ब्स (जैसे अजवाइन, धनिया पत्ती), या रॉक सॉल्ट (सेंधा नमक) सीमित मात्रा में इस्तेमाल करें।
2. प्रोसेस्ड और फास्ट फूड
हानि: इनमें हाई सोडियम, ट्रांस फैट्स और प्रिज़रवेटिव्स होते हैं जो किडनी पर दबाव डालते हैं।
बेहतर विकल्प: घर का बना ताजा खाना जैसे उपमा, पोहा, मूंग दाल चिल्ला।
3. शक्कर युक्त पेय जैसे सोडा और एनर्जी ड्रिंक्स
हानि: ज्यादा शक्कर से डायबिटीज और मोटापा बढ़ता है, जिससे किडनी फेलियर का खतरा बढ़ जाता है।
बेहतर विकल्प: नींबू पानी, नारियल पानी, या बिना शक्कर की हर्बल चाय।
4. प्रोटीन से भरपूर रेड मीट (जैसे मटन, बीफ)
हानि: बहुत अधिक एनिमल प्रोटीन से यूरिक एसिड बनता है जो किडनी की पथरी और नुकसान का कारण बन सकता है।
बेहतर विकल्प: दालें, मूंगफली, टोफू, अंडे का सफेद हिस्सा — सीमित मात्रा में।
5. डिब्बाबंद भोजन (Canned Foods)
हानि: इनमें उच्च मात्रा में सोडियम और प्रिजर्वेटिव होते हैं जो किडनी की सेहत को नुकसान पहुँचाते हैं।
बेहतर विकल्प: ताजे फल-सब्जियाँ या बिना नमक वाला घर का बना अचार।
6. अत्यधिक डेयरी उत्पाद (जैसे ज्यादा चीज़, मलाई, फुल-क्रीम दूध)
हानि: डेयरी में फॉस्फोरस की मात्रा ज्यादा होती है, जो किडनी की कार्यक्षमता कम कर सकती है।
बेहतर विकल्प: लो-फैट दूध, सोया दूध, या बादाम दूध।
7. अत्यधिक कैफीन युक्त पेय (कॉफी, चाय की अति)
हानि: कैफीन से ब्लड प्रेशर बढ़ता है, जो किडनी पर बुरा असर डालता है।
बेहतर विकल्प: डिकैफ कॉफी, हरी चाय या नींबू पानी।
किडनी को स्वस्थ बनाए रखने के लिए यह जरूरी है कि हम अपने खान-पान की आदतों पर ध्यान दें। ताजे, प्राकृतिक और संतुलित आहार का सेवन करें और प्रोसेस्ड, अधिक नमक या शक्कर वाले खाद्य पदार्थों से दूरी बनाएं। नियमित रूप से पानी पीना और ब्लड प्रेशर व ब्लड शुगर को नियंत्रित रखना भी जरूरी है।