मणिपुर में मई 2023 की जातीय हिंसा भड़कने के प्रधानमंत्री मोदी की बाद यह पहली यात्रा है। विपक्ष ने लगातार इस बात पर सवाल उठाए हैं कि इतने लंबे समय तक प्रधानमंत्री मणिपुर क्यों नहीं गए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि मणिपुर में किसी भी तरह की हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा, ‘’यह हिंसा हमारे पूर्वजों और हमारी आने वाली पीढ़ियों के साथ बहुत बड़ा अन्याय है।इसलिए हमें मिलकर मणिपुर को शांति और विकास के मार्ग पर आगे बढ़ाना होगा.’’
पीएम मोदी ने कहा, "हमें भारत की स्वतंत्रता की लड़ाई और भारत की रक्षा में मणिपुर के योगदान से प्रेरणा लेनी होगी।यह वही मणिपुर की धरती है जहां भारतीय राष्ट्रीय सेना ने पहली बार तिरंगा फहराया था।नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने मणिपुर को भारत की आज़ादी का द्वार कहा था।इस धरती ने अनेक वीर दिए हैं।"
Imphal, Manipur: PM Narendra Modi says, "...For the last few days, young men and women of Nepal can be seen working hard to clean and paint the roads of Nepal।I have seen their pictures on social media as well।Their positive thinking and positive actions are not only inspiring… pic.twitter.com/oWIVRqlrYe
— ANI (@ANI) September 13, 2025
उन्होंने कहा, ‘’मणिपुर के अनेक बेटे-बेटियां देश के अलग-अलग हिस्सों में मां भारती की रक्षा में जुटे हुए हैं।हाल ही में दुनिया ने ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना की शक्ति देखी है।हमारे सैनिकों ने ऐसा प्रहार किया कि पाकिस्तानी सेना घबराने लगी।इस भारत की सफलता में मणिपुर के कई वीर पुत्रों और पुत्रियों का साहस भी शामिल है.’’
पीएम मोदी ने कहा, ''इसी तरह मैं हमारे वीर शहीद दीपक चिंगाखाम के साहस को नमन करता हूं।ऑपरेशन सिंदूर के दौरान उनके बलिदान को देश हमेशा याद रखेगा.मैंने कहा था कि भारतीय संस्कृति, मणिपुरी संस्कृति के बिना अधूरी है।और भारत का खेल भी मणिपुर के खिलाड़ियों के बिना अधूरा है।मणिपुर का युवा ऐसा युवा है जो तिरंगे की शान के लिए तन-मन-धन सब कुछ लगा देता है।