तुलसी माला(Holy Basil) के लकड़ी से बनी होती है और इसे हिंदू धर्म में विशेष पवित्रता के साथ देखा जाता है। यह श्रीहरि विष्णु और श्रीकृष्ण के भक्तों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण होती है।
तुलसी माला पहनने के लाभ
आध्यात्मिक लाभ:
- यह व्यक्ति को भक्ति मार्ग पर अग्रसर करती है।
- विष्णु एवं कृष्ण भक्ति को मजबूत करती है।
- माला जप करने से मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है।

स्वास्थ्य लाभ:
- तुलसी एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल होती है, जिससे माला शरीर के संपर्क में आने पर संक्रमण से रक्षा करती है।
- तनाव को कम करती है और एकाग्रता बढ़ाती है।
नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा:
- माना जाता है कि तुलसी माला पहनने से बुरी नजर, नकारात्मक शक्तियों और भय से रक्षा होती है।
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कर्मों की शुद्धि:
- तुलसी माला पापों का नाश करती है और आत्मा को शुद्ध करती है।
तुलसी माला पहनते समय ध्यान रखने योग्य बातें
साफ-सुथरे शरीर पर ही पहनें:
- स्नान के बाद ही तुलसी माला धारण करें।

शुद्धता बनाए रखें:
- माला को पहनकर मांसाहार, शराब, तंबाकू का सेवन न करें।
- अपवित्र स्थान जैसे शौचालय में जाने पर माला उतार दें।
सोते समय और स्नान करते समय माला न पहनें:
- कुछ परंपराओं में इसे रात को उतारने की सलाह दी जाती है।
- स्नान के समय माला हटाना उचित माना जाता है।
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माला को पैर न लगाएं:
- माला का सम्मान करें। यदि गलती से पैर लग जाए तो उसे गंगाजल या स्वच्छ जल से शुद्ध करें।
कभी भी टूटी हुई माला न पहनें:
- यदि माला टूट जाए तो उसे नदी में प्रवाहित करें या किसी पवित्र स्थान पर रखें।
तुलसी माला को लोहे से दूर रखें:

- शास्त्रों के अनुसार तुलसी का स्पर्श लोहे से नहीं कराना चाहिए।
कौन पहन सकता है तुलसी माला?
- कोई भी व्यक्ति जो भक्ति, ध्यान, साधना या जप करता है।
- विशेष रूप से विष्णु, राम या कृष्ण भक्तों के लिए यह अत्यंत शुभ है।
यदि आप जीवन में शांति, स्वास्थ्य और आध्यात्मिक उन्नति चाहते हैं, तो तुलसी माला एक सरल लेकिन प्रभावशाली उपाय है। बस इसे श्रद्धा, नियम और पवित्रता के साथ पहनना आवश्यक है।