ग्रेटर नोएडा में चल रही वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भारत ने दो और स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिए। 54 किलोग्राम वर्ग में प्रीति पवार और 80+ किलोग्राम कैटेगरी में नूपुर श्योराण ने शानदार प्रदर्शन करते हुए गोल्ड जीता।
प्रीति पवार ने इटली की सिरिन चराबी को 5-0 से हराकर एकतरफ़ा जीत दर्ज की, जबकि नूपुर श्योराण ने उज़्बेकिस्तान की ओल्टिनोय सोतिम्बोएवा को मात दी।
पीटीआई के मुताबिक, अपनी जीत के बाद प्रीति ने कहा कि यह गोल्ड उनके लिए बेहद खास है, क्योंकि इससे उनकी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वापसी मजबूत हुई है। उन्होंने कहा—“मैंने दोबारा वापसी की है और अब पहले से ज्यादा मजबूत महसूस कर रही हूं। आगे भी अपना सर्वश्रेष्ठ देती रहूंगी।”
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प्रीति ने बताया कि अगले साल एशियाई खेल और कॉमनवेल्थ गेम्स हैं, जबकि 2026 में फिर एशियाई खेल आयोजित होंगे, जिन पर उनका पूरा फोकस है।
इस प्रतियोगिता में प्रीति गोल्ड जीतने वाली दूसरी भारतीय खिलाड़ी बनीं। इससे पहले मीनाक्षी हुड्डा ने 48 किलोग्राम वर्ग में गोल्ड जीता था। दिलचस्प बात यह है कि मीनाक्षी और प्रीति दोनों हरियाणा से हैं।
ओलंपिक.कॉम के अनुसार, 23 अक्टूबर 2003 को हरियाणा के भिवानी में जन्मी प्रीति ने सिर्फ 14 साल की उम्र में बॉक्सिंग शुरू कर दी थी। उनके चाचा विनोद, जो एक पूर्व राष्ट्रीय पदक विजेता रह चुके हैं, ने ही प्रीति को बॉक्सिंग की ओर प्रेरित किया और शुरुआत से ही उनकी ट्रेनिंग संभाली।
प्रीति के पिता हरियाणा पुलिस में अधिकारी हैं, और परिवार से मिले सहयोग ने उनकी बॉक्सिंग यात्रा को मजबूत आधार दिया।