उत्तराखंड के धराली में बादल फटने की घटना के बाद से राहत और बचाव कार्य जारी है।
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में मंगलवार को बादल फटने से हरसिल क्षेत्र में खीर गंगा गदेरे (गहरी खाई या नाला) का जलस्तर बढ़ गया, जिससे धराली में भारी नुक़सान हुआ है। उत्तरकाशी के डीएम प्रशांत आर्य ने बताया कि अब तक मिली जानकारी के मुताबिक़ चार लोगों की मौत हुई है और कुछ प्रॉपर्टी के नुक़सान की भी सूचना मिली है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक्स पर पोस्ट कर इस घटना पर दुःख जताया है। उन्होंने कहा कि वो इस संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों के संपर्क में हैं और स्थिति की गहन निगरानी की जा रही है।
राहत और बचाव कार्य में पुलिस, स्थानीय प्रशासन, एनडीआरएफ़, एसडीआरएफ़, आईटीबीपी और भारतीय सेना की टीमें शामिल हैं। आपदा कंट्रोल रूम से भी स्थिति की निरंतर निगरानी की जा रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हेलीकॉप्टर से घटनास्थल का हवाई सर्वेक्षण किया है।
डीआईजी एनडीआरएफ़ मोहसेन शाहेदी ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बताया है, "शुरुआती जानकारी के मुताबिक़ 150 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। चार लोगों की मौत हो गई है और 100 से अधिक लोग हताहत हो सकते हैं, मिसिंग हैं।"
#WATCH | Uttarkashi cloudburst incident | Delhi: Mohsen Shahedi, DIG, NDRF says, "Around 150 people have been taken to safe spots. As far as the information, four people have been found dead, and over 100 people are missing. We are still waiting for the confirmation from the… pic.twitter.com/KCFQ73etyL
— ANI (@ANI) August 6, 2025
डीआईजी शाहेदी ने कहा है कि हालांकि अभी तक स्थानीय प्रसाशन ने इसकी पुष्टि नहीं की है। उन्होंने बताया कि घटनास्थल के लिए एनडीआरएफ़ की तीन टीमें रास्ते में हैं।∎