गाजियाबाद, वैशाली: गाजियाबाद के वैशाली सेक्टर-5 स्थित प्राचीन श्री गौरी शंकर मंदिर, जिसे 'भंडारे वाला मंदिर' के नाम से भी जाना जाता है, में एक विशाल और दिव्य शिव महापुराण कथा का आयोजन होने जा रहा है। यह धार्मिक अनुष्ठान शनिवार, 2 अगस्त 2025 से शुरू होकर शनिवार, 9 अगस्त 2025 तक चलेगा।
इस शोभा यात्रा में भक्तों को उनके प्रिय भगवनाओं के मानव स्वरुप देखने को मिल सकते हैं, भगवान् , शिव, पार्वती, कार्तिकेय, गणेश जी, आदि भगवान् आदि की झांकी देखने को मिल सकती है, साथ ही अंतर्राष्टीय कथा वाचक श्री आचार्य श्याम करण जी की मौजूदगी का अंदेशा सूत्रों से मिल रहा है, इसी के साथ 10-12 अश्व देखने को मिलेंगे जो इस शोभा यात्रा और दिव्यमान और भव्य बनाएँगे, इसी के साथ ढोल और डीजे इत्यादि का भी इंतज़ाम बताया जा रह है।
अंतरराष्ट्रीय कथावाचक आचार्य श्री श्याम करण जी महाराज (चित्रकूट धाम) अपनी मधुर वाणी में प्रतिदिन शिव महापुराण की कथा का रसपान कराएंगे। कथा का समय प्रतिदिन शाम 3 बजे से हरि इच्छा तक रहेगा, जहाँ श्रद्धालु भगवान शिव की महिमा और लीलाओं का श्रवण कर सकेंगे।
महापुराण कथा का आयोजन श्री गौरी शंकर मंदिर जिसे भंडारे वाला मंदिर' के नाम से भी जाना जाता है के परिसर के निकट ही इस कथा का आयोजन किया जाएगा, इस कथा का आनंद ज़ायदा से ज़ायदा भक्त गण ले सके इसके लिए सभी सुविधाओं जैसे बिजली पानी और बैठने की व्यवस्था सुव्यवस्थित ढंग से शुरू हो चुकी है, जिससे कथा सुनने आये भक्तों को किसी भी परेशानी का सामना न करना पड़े और वह कथा का आनंद ले सकें, यह कथा अगस्त 2 से 9 तारीख तक चलेगी, जिसमें कई अन्य गौण कार्यक्रम भी है, जैसे कथा के बीच बीच में श्रोताओं से के भावार्थ और कथा के महत्व को लेकर भी सवाल जवाब का कार्यक्रम रहेगा, जिससे श्रद्धालओं की भी सक्रिय भूमिका इस कथा में बानी रहेगी और वह कथा का रस पूर्ण उत्कर्ष से ले सकेंगे।
108 कलश युक्त भव्य श्री शिव परिवार शोभा यात्रा | 2 अगस्त : सुबह 9 बजे से 12 बजे तक |
9 दिवसीय उत्कृष्ट श्री शिव महापुराण कथा | 2 अगस्त से 9 अगस्त , सायं 3 बजे से 7 बजे तक |
सवा लाख पार्थिव शिवलिंग रुद्राभिषेक पूजन | प्रतिदिन सुबह 7 बजे से 10 बजे |
महा भोग सेवा कार्य विशाल भंडारा | सुबह 10 बजे एवं सायं 8 बजे |
सप्त कुण्डीय यज्ञ | प्रातः 09 बजे से |
सवा लाख पार्थिव शिवलिंग रुद्राभिषेक पूजन विधि में, पहले पवित्र मिट्टी से सवा लाख शिवलिंग बनाए जाते हैं। फिर, प्रत्येक शिवलिंग का विधिपूर्वक अभिषेक, पूजन और रुद्राष्टाध्यायी के मंत्रों का जाप करते हुए रुद्राभिषेक किया जाता है
सवा लाख पार्थिव शिवलिंग रुद्राभिषेक पूजन विधि:
शिवलिंग निर्माण:
स्थापना:
पूजन:
विसर्जन:
दशांश हवन, तर्पण और मार्जन:
इस भव्य आयोजन की शुरुआत शनिवार, 2 अगस्त 2025 को प्रातः 9 बजे एक भव्य शिव शोभा यात्रा के साथ होगी, जिसमें बड़ी संख्या में शिव भक्त भाग लेंगे। कथा के दौरान, सात दिनों तक प्रतिदिन 1,25,000 शिव पार्थिव रुद्राभिषेक पूजन का अनुष्ठान भी संपन्न किया जाएगा, जिसमें सभी सनातन धर्म प्रेमियों से आह्वाहन किया गया है कि वे शामिल होकर पुण्य लाभ अर्जित करें।
कथा के मध्य में, बुधवार, 6 अगस्त 2025 को विशेष उत्सव के रूप में श्री शिव विवाह का अलौकिक आयोजन किया जाएगा, जो भक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र रहेगा। कथा की पूर्णाहुति के बाद, रविवार, 10 अगस्त 2025 को सुबह 9 बजे से सप्त कुण्डीय यज्ञ का आयोजन होगा और दोपहर 12 बजे से विशाल भंडारा शुरू होगा, जो हरि इच्छा तक चलेगा।
प्रतिदिन यानी की 2 अगस्त से 9 अगस्त तक मंदिर परिसर के पास पंडाल में सात्विक महाभोग की व्यवस्था प्रातः 10 बजे एवं सायं 8 बजे तक रहेगी, इसी के साथ महाभोग में आने वाले हर व्यक्ति के को सुव्यवस्थित और सम्मान पूर्वक भोजन व्यवस्था दी जाएगी, पार्किंग आदि इत्यादि जैसी समस्याओं का भी इस महाभोग और सम्पूर्ण कार्यक्रम में विशेष ध्यान रखा गया है।
आयोजकों, समस्त शिव भक्तगणों ने सभी धर्मप्रेमी जनता से इस पावन अवसर पर उपस्थित होकर धर्म लाभ लेने का आग्रह किया है। यह आयोजन शिव भक्तों को भक्तिमय वातावरण में डूबने और भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करने का एक अद्भुत अवसर प्रदान करेगा।