Passport Police Verification पासपोर्ट जारी करने के लिए यह एक जरूरी और अनिवार्य स्टेप है, कई लोगों को लग सकता है कि पासपोर्ट के लिए पुलिस की क्या ज़रूरत है, कहीं सरकार को हम पर कोई संदेश तो नहीं, मगर ऐसा नहीं है, दरअसल, ये बस एक सामान्य प्रोसेस है, पासपोर्ट के आवेदन के समय जो जानकारी आपने दी है जैसे नाम, पते इत्यादि, वे सही है या नहीं, ये सुनिश्चित करने के लिए पुलिस वेरीफिकेशन की जरूरत पड़ती है।
जब अगली बार आप किसी भी प्रोसेस में या Passport Police Verification सुने तो घबराएं नहीं, एक ये सामान्य administrative प्रोसेस है जो आपके पासपोर्ट बनने या किसी अन्य सरकारी कार्य जैसे है और इसका होना पासपोर्ट जारी करने के लिए एक अनिवार्य शर्त है न की आपराधिक जांच।
अगर मोबाइल या पहचान से जुड़ा कोई मामला हो, तो IMEI नंबर क्या होता है और इससे मोबाइल कैसे ट्रैक किया जाता है, यह समझना भी जरूरी है।
इस प्रक्रिया में आपके दिए गए अड्रेस के अनुसार, स्थानीय पुलिस स्टेशन से एक या दो लोगों की टीम आपके नाम पते की जानकारी के लिए, दिए गए डॉक्युमेंट्स की पुष्टि करती है , जिससे आपके पासपोर्ट के बनने के प्रोसेस अंतिम चरण में आ सके। इस वेरीफिकेशन से ये पता लगाया जाता है कि आवेदक की क्या जानकारी सही है और क्या गलत, इसके अलावा आवेदक का स्थानीय पुलिस स्टेशन में कोई क्रिमिनल रिकार्ड की जांच भी की जाती है।
Police Passport Verfication एक राष्ट्र सुरक्षा के तहत की जाती है, यह एक अनिवार्य कदम है जिसके तहत राष्ट्रसुरक्षा, पहचान, पते की प्रामाणिकता, आपराधिक रिकार्ड की जांच, धोखाधड़ी की रोकथाम के लिए की जाती है।
सरल शब्दों में कहें तो passport police verification देश की सुरक्षा और सिस्टम की विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए जरूरी है।
आपको कोई नज़र रख रहा है, कैसे पता करें? इस आर्टिकल को पढ़ें और बचें ट्रैकिंग से।
Passport police verification दो स्थतियों में होती है।
पहली स्थति सामान्य ही है, जब आप पासपोर्ट आवेदन करते हैं तो उस पासपोर्ट को जारी करने से पहले संबंधित व्यक्ति की Police Verification दिए हुए डॉक्युमेंट्स के आधार पर की जाती है।
दूसरी स्थिति, जब आप tatkal Passport हेतु आवेदन करते हैं, इसमें पासपोर्ट पहले जारी किया जाता है, लेकिन इसका मतलब ये बिल्कुल नहीं है कि इस स्थिति में Police Verification नहीं होगी, ऐसा नहीं है, इस स्थिति में पासपोर्ट जारी होने के बाद होती है।
जब आप Passport के लिए आवेदन करते हैं, तब एक प्रोसेस के तहत पहले आपको Passport Seva Kendra आकर साक्षात्कार देना होता है, इस स्टेप के बाद केंद्र आपके वेरीफिकेशन के लिए दस्तावेज़ों को आपके पुलिस थाने में भेजता है, और ये अनुमति देता है कि वे आपकी पुलिस वेरीफिकेशन करें।
फिर पुलिस अधिकारी आपसे या आपके घर वालों से या कई मामलों में पड़ोसियों से भी सामान्य पूछताछ की जाती है। यह एक routine प्रक्रिया है, कोई पूछताछ या interrogation नहीं।
Police verification के समय वही दस्तावेज़ देखे जाते हैं जो पासपोर्ट आवेदन में दिए गए होते हैं। पहचान प्रमाण और पता प्रमाण में नाम, जन्मतिथि और पता आपस में मेल खाना चाहिए।
ज्यादातर समस्याएँ तब आती हैं जब अलग-अलग documents में जानकारी अलग होती है या applicant verification के समय उपलब्ध नहीं होता।
सबसे पहले ये समझना जरूरी है कि ये वेरीफिकेशन Adverse या Pending होने से आप अपराधी नहीं हो जाते। इसका सामान्य मतलब है कि जो जानकारी आपने दस्तावेज़ों में प्रस्तुत की है वे inconsistent है।
वेरीफिकेशन Adverse या Pending के कारण:
बहुत लोगों का मानना है कि पुलिस वेरीफिकेशन रिश्वत या केस होता है, लोगों की यह धारणा गलत है, अगर आपके डॉक्युमेंट्स सही हैं तो आपकी यह वेरीफिकेशन आसानी से हो जाएगी।
साथ ही Tatkal पासपोर्ट में भी पुलिस वेरीफिकेशन होती है, बस सामान्यतः वेरीफिकेशन पहले होती है लेकिन tatkal पासपोर्ट में वेरीफिकेशन बाद में होती है।
आम तौर पर लोगों को मालूम ही नहीं होता है कि वेरीफिकेशन होती क्यों है इसका काम क्या है, उलट पुलिस का नाम सुनते ही घबरा जाते हैं कि ये क्यों, पर जैसा की हमने बताया कि इस प्रक्रिया में आपको परेशान होनी की बिल्कुल भी ज़रूरत नहीं है, ये बहुत ही सीधी और सरल और पूरी तरह predictable है।
सबसे पहले यह सुनिश्चित करें कि पासपोर्ट आवेदन में दिया गया पता वही है जहाँ आप वास्तव में रहते हैं। Police verification के समय अधिकारी उसी पते पर आता है या उसी आधार पर जांच करता है। अगर आप अस्थायी रूप से कहीं और रह रहे हैं, तो पहले से police को inform करना बेहतर रहता है।
दूसरी जरूरी बात है कि verification के समय आप या परिवार का कोई जिम्मेदार सदस्य घर पर मौजूद हो। कई cases में applicant के न मिलने पर verification pending डाल दी जाती है, जिससे process बेवजह delay हो जाता है।
Police verification के समय पहचान और पते से जुड़े documents में कोई mismatch नहीं होना चाहिए। नाम, जन्मतिथि और पता सभी documents में एक जैसे होने चाहिए। अलग-अलग जानकारी सबसे बड़ा कारण होती है verification fail होने का।
कई बार पुलिस आसपास के लोगों से basic confirmation लेती है कि applicant वहीं रहता है या नहीं। अगर पड़ोसी आपको पहचानते नहीं हैं या भ्रमित जवाब देते हैं, तो verification adverse हो सकती है। यह छोटा सा step बड़े delay से बचा सकता है।
Police verification कोई interrogation नहीं है। अधिकारी जो पूछे, साफ और सीधा जवाब दें। unnecessary बहस, डर या over-explanation अक्सर situation को खराब करता है। Normal और cooperative attitude verification को smooth बनाता है।
Refrences
Passport Seva Police Verification FAQ (Official)
Passport Seva Portal – Apply for Passport (Process Overview)
Ministry of External Affairs (MEA), Government of India
National Informatics Centre (NIC)